सोमवार व मंगलवार को भी नहीं हटेगा कर्फ्यू
पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह ने साफ की स्थिति
*अगले दो दिन इंटरनेट सेवा भी रहेगी बंद
*११३ उत्पाती किए गए डिटेन, अब भी कईयों की तलाश
अमरावती/दि.१४- शुक्रवार की शाम कुछ व्यापारिक प्रतिष्ठानों में हुई तोडफोड व लूटपाट की घटना के विरोध में गत रोज किए गए अमरावती बंद के दौरान हुई हिंसा के चलते उपजे तनाव को देखते हुए गत रोज दोपहर दो बजे से अमरावती शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया था. जिसे लेकर उस समय जयपुर में मौजूद पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह ने कहा था कि कर्फ्यू चार दिन चलेगा. वहीं प्रभारी पुलिस आयुक्त संदीप पाटिल ने अगले आदेश तक कर्फ्यू जारी रखने की अधिसूचना निकाली थी. वहीं अब अमरावती पहुंचकर अपना चार्ज संभालते ही शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह ने साफ तौर पर कहा कि हालात को नियंत्रित करने के लिए पूरे चार दिनों तक शहर में कर्फ्यू जारी रहेगा. यानि कल सोमवार १५ नवंबर व मंगलवार १६ नवंबर को भी शहर पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र में संचारबंदी जारी रहेगी. इसके साथ ही इस दौरान इंटरनेट सेवा के भी कल व परसों बंद रहने की जानकारी देते हुए सीपी डॉ. आरती सिंह ने कहा कि इस कर्फ्यू के दौरान मेडिकल स्टोर, दवाखाने खुले रहेंगे तथा लोगों को वैद्यकीय व स्वास्थ्य सेवा के लिए घर से बाहर निकलने की छूट रहेगी. वहीं दूध डेरियों को भी कर्फ्यू के दौरान खुले रहने की छूट दी गई है. इसके अलावा अन्य सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान अगले दो दिन यानि सोमवार व मंगलवार को पूरी तरह से बंद रहेंगे. इसके साथ ही सीपी डॉ. आरती सिंह ने कहा कि विगत दो दिनों के दौरान हुई हिंसा व तोडफोड में शामिल किसी भी व्यक्ति को बक्शा नहीं जाएगा और शहर पुलिस ने बीती रात से ही उत्पातियों की शिनाख्त करते हुए उनकी धरपकड करनी शुरू कर दी है. जिसके तहत अब तक करीब सव्वासौ लोगों को पुलिस द्वारा अपनी हिरासत में लिया जा चुका है.
भाजपा के कई प्रमुख पदाधिकारी किए गए डिटेन
वहीं दूसरी ओर विगत दो दिनों के दौरान हुई हिंसक वारदातों के पश्चात अब पुलिस द्वारा उत्पातियों की धरपकड करने का अभियान शुरू किया गया है. इसके तहत विभिन्न थानाक्षेत्र अंतर्गत सीसीटीवी कैमरों के फूटेज खंगालते हुए उपद्रवियों की पहचान की जा रही है और उन्हें पकडा जा रहा है. साथ ही साथ पुलिस द्वारा मोर्चे के दौरान भीड को उकसाने व भडकाने के मामले को लेकर कई प्रमुख लोगों को भी डिटेन किया गया है. जिसके तहत बीती रात भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ. अनिल बोंडे को पहले नजरबंद किया गया, बाद में अधिकारिक तौर पर हिरासत में लिया गया. इसी तरह भाजपा ग्रामीण जिलाध्यक्ष निवेदिता चौधरी सहित अचलपुर व परतवाडा के गजू कोल्हे, अभय माथने व प्रमोद कोरडे तथा मसानगंज परिसर के नीलेश साहू व अनूप साहू को हिरासत में लिया गया.
पुलिस का धरपकड अभियान हुआ शुरू
इसके अलावा विभिन्न पुलिस थाना क्षेत्रों में दंगाईयों व उत्पातियों के खिलाफ मामले दर्ज करते हुए गिरफ्तारी सत्र शुरू किया जा चुका है. विगत दो दिनों के दौरान कोतवाली पुलिस थाना क्षेत्र में नमूना, राजकमल चौक, जयस्तंभ चौक, कॉटन मार्केट, इतवारा बाजार परिसर में घटित तोडफोड व हिंसक वारदातों को लेकर कुल ९ एफआईआर दर्ज की गई है. इसके आधार पर कोतवाली पुलिस ने पहले दिन २४ लोगों को गिरफ्तार किया, वहीं दूसरे दिन जवाहरगेट व मसानगंज परिसर में घटित वारदातों में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया. जानकारी के मुताबित विगत शुक्रवार को मुस्लिम समाज द्वारा केवल ३०० लोगों का मोर्चा निकालने के लिए अनुमति ली गई थीं. किंतु इस मोर्चे में हजारों लोग शामिल हुए थे. ऐसे में मोर्चे के आयोजकों के खिलाफ भी मामला दर्ज करने की कार्रवाई जारी है.
वहीं नागपुरी गेट पुलिस थाना क्षेत्र में गत रोज हुई हिंसा व तोडफोड को लेकर पांच एफआईआर दर्ज हुई है. जिसमें विभिन्न धाराओं के तहत ५२ लोग गिरफ्तार किए गए साथ ही कुछ हथियारों की बरामदगी भी हुई.
इसके अलावा खोलापुरी गेट पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत दो दुकानों व एक मंदिर में की गई तोडफोड को लेकर तीन एफआईआर दर्ज हुई है और उत्पातियों की तलाश जारी है. साथ ही गाडगेनगर पुलिस थाना क्षेत्र में ट्रांसपोर्ट नगर, नवसारी व नमक कारखाने के पास हिंसा व उत्पात फैलाने को लेकर अलग-अलग मामले दर्ज करते हुए ३७ लोगों को डिटेन किया गया है. इसके अलावा राजापेठ पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत अकोली रोड परिसर व हमालपुरा परिसर में हुई तोडफोड को लेकर मामले दर्ज किए गए है तथा फिलहाल आरोपियों की तलाश जारी है.
बडनेरा, फ्रेजरपुरा व नांदगांव पेठ पूरी तरह से शांत
विगत दो दिनों से जहां शहर के मध्यस्थल और पश्चिमी क्षेत्रों में जर्बदस्त तनाव और टकराव की स्थिति बनी हुई थीं. वहीं अमरावती शहर पुलिस आयुक्तालय का हिस्सा रहनेवाले बडनेरा, फे्रजरपुरा तथा नांदगांव पेठ थाना क्षेत्रों में पूरी तरह से शांतिपूर्ण माहौल था और इन थाना परिसरों में कोई तनाव या विवाद नहीं हुआ. हालांकि इन तीनों थाना परिसरों में कई इलाके ऐसे है जहां हिंदू-मुस्लिम बस्ती साथ मिली हुई है तथा दोनों समुदायों के कई लोगों के घर एक दूसरे से सटे हुए भी है. किंतू इसके बावजूद इन लोगों द्वारा आपसी समझदारी व सामंजस का परिचय दिया गया.
पालकमंत्री ठाकुर लगातार कर रही सर्वदलीय बैठकें
कल पूरा दिन जिलाधीश कार्यालय में मौजूद रहकर स्थिति पर नजर बनाए रखते हुए हालात को नियंत्रित करने का प्रयास जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर द्वारा किया गया. जिसके बाद उन्होंने शाम ढलते-ढलते शहर के विभिन्न तनावग्रस्त इलाकों का दौरा भी किया. साथ ही रात करीब आठ बजे बचत भवन में प्रभारी पुलिस आयुक्त संदीप पाटिल व जिलाधीश पवनीत कौर की मौजूदगी में एक सर्वदलीय व सर्वपक्षीय बैठक भी बुलायी. जिसमें उन्होंने सभी से शांति बनाए रखने की अपील करने के साथ ही शहर में हालात को जल्द से जल्द सामान्य करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने की जरूरत प्रतिपादित की. साथ ही आज सुबह भी पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने एकबार फिर सर्वदलीय बैठक बुलाते हुए विविध धर्मों के प्रतिनिधियों को बैठक में आमंत्रित किया. जिसमें पालकमंत्री ठाकुर ने शांति बनाए रखने की अपील को दोहराते हुए विगत दो दिनों के दौरान जो कुछ हुआ उसे दुर्भाग्यजनक बताया. साथ ही कहा कि इस घटना को भूलाकर हम सभी ने सामाजिक सौहार्द के साथ आगे बढना चाहिए. इस बैठक में जिलाधीश पवनीत कौर, शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह, एंटी नक्सल सेल के डीआईजी संदीप पाटिल, मनपा के नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस शहराध्यक्ष बबलू शेखावत, पूर्व महापौर व पार्षद विलास इंगोले आदि उपस्थित थे.
जो हो गया सो हो गया, भूलकर आगे बढो
वहीं स्थानीय विधायक सुलभा खोडके तथा राकांपा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके ने भी आज शहर के विभिन्न तनावग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करते हुए दो दिनों के दौरान हुई हिंसा में हुए नुकसान का जायजा लिया. साथ ही सभी से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि जो कुछ हुआ वह नहीं होना चाहिए था, किंतू जो हो गया वह हो गया, अब उसे भूलाकर सभी ने आगे बढना चाहिए.
रात तीन बजे शहर पहुंची सीपी डॉ. आरती सिंह, आते ही लिया चार्ज
अमरावती में सामाजिक सदभाव का वातावरण बिगडने और हिंसा फैलने की जानकारी मिलते ही सीपी डॉ. आरती सिंह कल अपना अवकाश बीच में ही खत्म करते हुए अमरावती के लिए रवाना हुई और देररात करीब तीन बजे अमरावती पहुंचते ही उन्होंने अपना चार्ज लिया. जिसके तुरंत बाद उन्होंने रात में ही शहर के सभी संवेदनशील इलाकों का दौरा करते हुए शनिवार को दिनभर के दौरान हुए नुकसान का जायजा लिया. पश्चात सुबह ७ बजे सीपी डॉ. आरती सिंह ने यह दौरा खत्म कर पुलिस आयुक्तालय में अपने अधिनस्थ पुलिस अधिकारियों के साथ चर्चा करते हुए हालात को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक निर्देश भी जारी किए.
* शांतता समिति और हेल्पलाईन के साथ की बैठकें
इसके साथ ही सीपी डॉ. आरती सिंह ने विभिन्न पुलिस थानों में शांतता समितियों की बैठक बुलाने का निर्देश जारी करते हुए अपने कक्ष में भी शहर के कई गणमान्यों से चर्चा की. इसके तहत हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल के प्रधान सचिव प्रभाकरराव वैद्य की अगुवाई में हेल्पलाईन ब्लॉक के पदाधिकारियों ने भी सीपी डॉ. डॉ. आरती सिंह से मुलाकात की. इस बैठक के दौरान दोनों समुदायों के जिम्मेदार नागरिकों के साथ चर्चा करते हुए सीपी डॉ. आरती सिंह ने कहा कि सभी संवदेनशील इलाकों में हेल्पलाईन के पदाधिकारियों व पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा कॉनर मीटिंग ली जाए तथा लोगों को तनाव खत्म करते हुए आपसी सौर्हाद के साथ रहने हेतू समझाया जाए.
*ताऊ ने भी सभी से शांति व समझदारी को लेकर किया आह्वान
इस मुलाकात के दौरान व मुलाकात के पश्चात शहर के वयोवृद्ध समाजसेवी तथा हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल के प्रधान सचिव प्रभाकरराव वैद्य ने अमरावती को बेहद शांत व प्यारा शहर बताते हुए कहा कि यह शहर अपने आपसी भाईचारे व अमन चैन के लिए जाना जाता है. यहां पर सभी लोग मिलजुलकर रहते है. अत: आगे भी सभी लोगों ने मिलजुलकर ही रहना चाहिए.
दो दिन के तनाव व हिंसा के बाद अब तनावपूर्ण शांति
विगत दो दिनों से हिंसक आंदोलनों के चलते जर्बदस्त हिंसा, तोडफोड व तनाव का सामना करने के बाद आज रविवार १४ नवंबर को अमरावती शहर में काफी हद तक शांतिपूर्ण माहौल रहा. हालांकि इसे तनावपूर्ण शांति कहा जा सकता है. आज सुबह से शहर के सभी इलाकों में पुलिस द्वारा कर्फ्यू का बेहद कडाईपूर्वक पालन करवाया गया. ऐसे में आम जनजीवन पूरी तरह से ठप रहा और व्यापारिक क्षेत्रों सहित शहर के रिहायशी इलाकों में भी पूरी तरह से सन्नाटा देखा गया.
जिले के ग्रामीण इलाकों में आज एक दिन का कर्फ्यू
अडोस-पडोस के तहसील क्षेत्रों में भी तनाव का साया
अकोट में धार्मिक तनाव के बाद कर्फ्यू लगा
वहीं दूसरी ओर भाजपा द्वारा आज जिला बंद का ऐलान किया गया था. जिसके मद्देनजर जिले के कई तहसील क्षेत्रोें में भी जमावबंदी कानून की धारा लागू करते हुए एहतियात के तौर पर कर्फ्यू लागू कर दिया गया था. ऐसे में जिले के तहसील एवं ग्रामीण क्षेत्रों में भी पूरी तरह से सन्नाटा पसरा रहा. जिसके तहत परतवाडा, अंजनगांव, अचलपुर, तिवसा, वरूड, मोर्शी, दर्यापुर व चांदूरबाजार में पूरी तरह से बंद रहा. इसके अलावा गत रोज अकोला जिले का हिस्सा रहनेवाली अकोट तहसील में दो समुदायों के बीच आपसी तनातनी और टकराववाली स्थिति बनी. जिसके चलते देर रात अकोट तहसील में भी कर्फ्यू लागू कर दिया गया.
इंटरनेट बंद रहने से बंद हुई पढाई
शहर में अफवाहों को फैलने से रोकने तथा ऐसी अफवाहों की वजह से उपजनेवाले तनाव को टालने के लिए गत रोज प्रभारी पुलिस आयुक्त संदीप पाटिल द्वारा शहर में इंटरनेट सेवा को बंद करने का निर्णय लिया गया था. जिसके बाद दोपहर बाद इंटरनेट सेवा को सुस्त कर दिया गया और शाम होते होते इंटरनेट सेवा पूरी तरह से ठप कर दी गई. ऐसे में सोशल मीडिया साईटस सहित टेक्सट मैसेज भेजने की सुविधा बंद हो गई. किंतू इसका खामियाजा ऑनलाईन पढाई के लिए इंटरनेट पर निर्भर रहने वाले हजारों विद्यार्थियों को उठाना पडा क्यूंकि इंटरनेट बंद रहने की वजह से सोशल मीडिया साईट के साथ साथ किसी भी वेबसाईट तक पहुंचना असंभव हो गया था. हालांकि जहां एक ओर सभी मोबाईल सेवा प्रदाता कंपनियों की इंटरनेट सेवा पूरी तरह से बंद रही, वहीं कुछ स्थानों पर वायफाय एवं ब्राड बैंड के जरिए सुस्त रफ्तार के साथ इंटरनेट चल रहा था.