दूसरे वर्ष भी कोरोना की लालपरी पर वक्रदृष्टि
आषाढ़ी वारी रद्द होने से 46 लाख से अधिक एसटी को फटका
अमरावती/प्रतिनिधि दि.१६ – कुछ ही दिनों में आषाढ़ी एकादशी है. राज्य में कोरोना का प्रादुर्भाव कायम रहने से दूसरे वर्ष भी पंढरपुर वारी रद्द करने का निर्णय शासन व्दारा लिया गया है. परिणामस्वरुप महाराष्ट्र मार्ग परिवहन महामंडल का बड़ी मात्रा में आर्थिक नुकसान होने वाला है. कोरोना की वक्रदृष्टि कायम रहने से एसटी को 40 लाख से अधिक हक की आय का नुकसान सहन करना पड़ेगा.
कोरोना का बड़ा फटका एसटी को सहन करना पड़ रहा है. कोरोना की दूसरी लहर में भी परिवहन सेवा करीबन दो से ढाई महीने बंद रही. परिणामस्वरुप महामंडल की आय काफी कम हुई है. अब आषाढी वारी रद्द होने से लालपरी आर्थिक संकट में आ सकती है.
प्रति वर्ष हजारों वारकरी पैदल दिंडी में सहभागी होते हैं तो अधिक मात्रा में लोग परिवहन महामंडल व निजी बसों में पंढरी की राह लेते हैं. जो वारकरी वारी से पंढरपुर नहीं जा सकते वे एसटी से वारी करते हैं. आषाढ़ी और कार्तिक एकादशी निमित्त लाखों वारकरी यात्रा करते हैं. इसके साथ ही महीने के शुक्ल व कृष्ण पक्ष के दोनों एकादशी को भी जिले के अनेक भाविक पंढरपुर में उपस्थिति दर्ज कराते हैं. अनेक वारकरी एसटी की विशेष सेवा को पसंद करते हैं. लगातार दूसरे वर्ष भी कोरोना के कारण आषाढ़ी वारी को अनुमति नहीं मिली है.
राज्य शासन ने एसटी से संतों की दस सम्मानित पालखियों को अनुमति दी है. इसमें कौंडण्यपुर की भी पालखी का समावेश है. दो वर्ष पूर्व 2019 में भी जिले से 59 बसेस से 245 फेरियों व्दारा 16,149 यात्रियों ने वारी की थी. इनमें से परिवहन महामंडल को 46 लाख47 हजार 939 रुपए की आय हुई थी. लेकिन इस बार एसटी महामंडल को लाखों रुपए का नुकसान सहन करना पड़ेगा.
कोरोना के कारण गत दो वर्षों से एसटी महामंडल को आर्थिक नुकसान हो रहा है. सभी धार्मिक स्थल बंद रहने के कारण अमरावती से पंढरपुर बस सेवा बंद हुई है.ऐसे में एक बस पंढरपुर के लिए छोड़ी जाती थी, लेकिन उसे भी यात्रियों का प्रतिसाद न मिलने के कारण बंद किया गया है.
– श्रीकांत गभणे, विभाग नियंत्रक