राष्ट्रीयकृत बैंकों के सेवा शुल्क को लेकर ग्राहकों में नाराजी
15 से अधिक सेवाओं के नाम वसूला जा रहा शुल्क
अमरावती/दि.27 -सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों द्बारा सेवाशुल्क लगाया जा रहा है. जिससे बैंक सेवा अब महंगी हुई है. नोटबंदी और बडे उद्योजको द्बारा कर्ज न अदा करने पर जो नुकसान बैंक को हुआ है. उसकी नुकसान भरपाई के एवज में ग्राहको पर सेवा शुल्क राष्ट्रीयकृत बैंकों द्बारा लाद दिया गया है. जिसको लेकर ग्राहको में नाराजी है. इस अन्यायकारक शुल्क का विरोध करने ग्राहक संगठित नहीं है. जिसका फायदा सभी राष्ट्रीकृत बैंक ले रही है.
राष्ट्रीयकृत बैंकों द्बारा 15 से अधिक सेवाओं के नाम पर खाताधारको से शुल्क लिया जा रहा है. अनेक प्रकार के शुल्को की कटौती ग्राहको के खातों से की जा रही है. कई बार तो ग्राहको को इस बात की जानकारी नहीं होती. सीधे एसएमएस द्बारा ही शुल्क कटौती की जानकारी प्राप्त होती है. अनेको ग्राहक इस ओर अनदेखी कर रहे है. इस संदर्भ मेें बैंक से वे पूछताछ भी नहीं कर रहे है. जिसमें अन्य ग्राहको का कहना है कि पैसा हमारा इस्तेमाल कर रही बैंक और उस पर सेवाशुल्क यह बैंक की मनमानी है. इस प्रकार से ग्राहक नाराजगी व्यक्त कर रहे है.
* राष्ट्रीयकृत बैंकों में सेवा निहाय शुल्क
सेवा का प्रकार सेवा शुल्क
मिनिमम बैलेंस 200 से 600 रू.
डुप्लीकेट पासबुक 118 रू.
एकाउंट मेंटेनेंस चार्ज 100 से 150 रू.
चेक बुक चार्जेस 100 से 150रू.
खाता सक्रिय न होने पर 100 से 600 रू.
चेक बाउंस दंड 200 से 2000 रू.
बैंक स्टेटमेंट 100 से 200 रू.
एटीएम अलर्ट 12 से 22 रू.
नया एटीएम कार्ड 250 रू.
एटीएम वार्षिक शुल्क 200 से 300 रू.