अपने घरों की छतों पर बिजली निर्मित कर ग्राहक हुए स्वावलंबी
जिले के 20896 नागरिकों ने लिया पीएम सूर्यघर योजना का लाभ
अमरावती/दि. 19– प्रधानमंत्री सूर्यघर नि:शुल्क बिजली योजना को पश्चिम विदर्भ में अच्छा खासा प्रतिसाद मिल रहा है. अब तक पश्चिम विदर्भ के पांचों जिले में 6 हजार 274 ग्राहकों ने योजना का लाभ लिया. जिसमें जिले के 2 हजार 896 नागरिकों का समावेश है. उन्होेंने अपने घरों पर सौर उर्जा प्रकल्प स्थापित कर स्वयं बिजली की निर्मिति शुरू की और वे स्वावलंबी हुए. केन्द्र सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना अंतर्गत तीन किलो वैट की क्षमता वाले प्रकल्प के लिए ग्राहकों को 78 हजार रूपए तक सबसिडी दी गई है.
यह योजना फरवरी माह में शुरू हुई. सौर प्रकल्प के माध्यम से ग्राहकों को अपनी आवश्यकता से अधिक बिजली निर्मिति किए जाने पर उनका बिजली का बिल जीरो होता है. ग्राहकों द्बारा इस्तेमाल की गई बिजली के अलावा बची हुई बिजली महावितरण कंपनी द्बारा खरीदी जाती है. निवासी घरेलू परिवार के लिए प्रति किलो 30 हजार रूपए अनुदान, 2 किलो वैट तक दिया जाता है. 3 किलो वैट तक अतिरिक्त 1 किलो वैट क्षमता के लिए 18 हजार रूपए तथा बडे प्रकल्प के लिए 78 हजार रूपए सबसिडी दी जाती है.
वहीं गृह निर्माण संस्था व निवासी कल्याणकारी संगठना के लिए इलेक्ट्रिक व्हेईकल चार्जिंग सहित सामाहिक उपयोग के लिए 18 हजार रूपए प्रति किलो वैट अनुदान दिया जाता है. गृहसंकुल के लिए मर्यादा अधिकतम 500 किलो वैट है. योजना के लिए सुविधाजनक दरों में बैंकों की ओर से कर्ज भी उपलब्ध है. पीएम सूर्यघर योजना के संकेत स्थल पर पंजीयन करने के पश्चात प्रकल्प स्थापित किए जाने के लिए ग्राहक अपनी पसंद नुसार विक्रेता का चयन कर सकता है. प्रकल्प स्थापित किए जाने के पश्चात अनुदान सीधे ग्राहको के खाते में जमा किया जाता है. बिजली ग्राहकों के लिए https://www.pmsuryaghar.gov.in इस संकेत स्थल पर योजना की सभी जानकारी उपलब्ध है. सभी ग्राहक इस योजना का ज्यादा से ज्यादा संख्या में लाभ ले, ऐसा आवाहन महावितरण कंपनी द्बारा किया गया है.