अमरावती

साइकिल डे : प्रशासन पर कर्मचारी नाराज

जिप कर्मचारी यूनियन ने सीईओ को दिया निवेदन

अमरावती/दि.2 – पेट्रोल-डीजल की बचत तथा पर्यावरण संवर्धन के लिए सभी सरकारी, अर्धसरकारी, निजी कार्यालय में सप्ताह में एक दिन साइकिल से पहुंचे ऐसे निर्देश राज्य सरकार ने दिए है. ऐसे में जिला परिषद कैसे पीछे रहता. जिप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमोल येडगे ने शुक्रवार को पत्र जारी कर सप्ताह में दो दिन याने सोमवार व शुक्रवार को साइकिल डे मनाने का निर्णय लिया है. यह निर्णय सभी अधिकारी व कर्मचारियों के लिए अनिर्वाय किया गया है. इसलिए शहर के विभिन्न हिस्सों से 10 किमी दूर से ऑफिस पहुंचे वाले 40 से अधिक उम्र वाले महिला व पुरुष अधिकारी व कर्मचारियों से इस फैसले पर नाराजगी जताई है.
पेट्रोल-डीजल की बचत करने तथा पर्यावरण संवर्धन के लिए सभी सरकारी, अर्ध सरकारी, निजी कार्यालय में सप्ताह में एक दिन साइकिल से पहुंचे ऐसे निर्देश राज्य सरकार ने जारी किये है. जिसे लेकर स्थानीय संस्था प्रमुखता से अंमल कर रही है. मनपा के बाद जिला परिषद प्रशासन ने साइकिल डे पर अमल करने का निर्णय लिया जिसके तहत मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने सप्ताह में दो दिन सोमवार व शुक्रवार को सभी अधिकारी व कर्मचारी साइकिल पर पहुंचे ऐसे निर्देश दिए थे. परंतु जिप कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष पंकज गुल्हाने ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि प्रशासन ने सोमवार व शुक्रवार को सभी अधिकारी व कर्मचारियों को ड्रेसकोड में उपस्थित रहना बंधनकारक किया है. ऐसे में महिला कर्मचारी साडी पहनकर साइकिल पर कार्यालय में पहुंचा संभव नहीं है तथा 40 से ज्याद उम्र की महिला कर्मचारी, 45 से ज्यादा उम्र के पुरुष कर्मचारी, दिव्यांग, गर्भवती व बीमार कर्मचारी भी साइकिल से कार्यालय पहुंचना संभव नहीं है. कई कर्मचारी 10 किमी दूरी से कार्यालय में पहुंचते है. उन्हें भी साइकिल से कार्यालय पहुंचना संभव नहीं है.
प्रशासन व्दारा सोमवार व शुक्रवार इन दो दिन को ड्रेसकोड बंधनकारक रहने के कारण सोमवार व शुक्रवार छोडकर याने मंगवार या बुधवार को जिप में उपरोक्त साइकिल डे का उपक्रम चलाया जाना चाहिए तथा कुछ कर्मचारियों को इसमें छूट दी जानी चाहिए, ऐसी विनती एक पत्र के माध्यम से यूनियन व्दारा सीईओ अमोल येडगे को की है.

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