अमरावती/दि.8 – पहले वाहन के पर्याय बेहद कम थे और अधिकांश लोगों द्वारा साईकिलों का ही जमकर प्रयोग किया जाता था. किंतु साईकिलों की कीमत आम लोगों की पहुंच के भीतर थी. किंतु इन दिनों व्यायाम व खेल के साथ ही शौक के तौर पर साईकिलों का प्रयोग होने लगा है. ऐसे में पहले तीन से चार हजार रूपये में मिलनेवाली साईकिलें अब लाख-सवा लाख रूपये की कीमत तक जा पहुंची है. ऐसे में साईकिल चलाना भी अब सस्ता नहीं रहा, क्योंकि साईकिलों की कीमत अब आसमान छूने लगी है.
किस साईकिल की कितनी कीमत
सादी साईकिल – 7,000 रूपये
फैन्सी साईकिल – 7,500 रूपये
गिअर साईकिल – 11,500 रूपये
इलेक्ट्रीक साईकिल – 28,000 रूपये
हाईब्रीड साईकिल – 13,500 रूपये
क्यों बढी कीमतें
कोविड संक्रमण काल के दौरान वर्क फ्रॉम करनेवाले अधिकांश लोग साईकिल चलाने की ओर मुड गये. जिसकी वजह से साईकिलों की मांग बढ गई.
– साईकिल के स्पेअर पार्ट की कीमतें बाजार में बढने की वजह से साईकिलों के दामों में वृध्दी हुई.
– लेबर चार्ज व एक्साईज शुल्क बढ गये. गिअर साईकिल के स्पेअर पार्ट विदेशों से आते है, जो काफी महंगे रहते है. इस वजह से भी साईकिलों के दाम बढे है.
25 हजारवाली ई-साईकिल की मांग बढी
इन दिनों महाविद्यालयीन युवाओं में ई-साईकिल अच्छी-खासी पसंद की जा रही है.
– तीन घंटे तक बैटरी चार्ज करने के बाद यह साईकिल 25 किमी तक चलती है.
– ई-साईकिल को पैडल मारकर भी चलाया जा सकता है.
– पैडल मारकर चलाने पर बैटरी बैकअप् 40 किमी तक लिया जा सकता है.