अमरावतीमहाराष्ट्र

झमाझम बारिश से बांध लबालब

संभाग के सिंचाई प्रकल्पो में पांच फीसद से बढा जलसंग्रह

* राज्य के जलसंग्रह में 8 फीसद की वृद्धि
* नाशिक में स्थिति सुधरी, मराठवाडा में अब भी चिंता
अमरावती/दि.25– विगत दो दिनों के दौरान विदर्भ सहित कोंकण और पश्चिम महाराष्ट्र में हो रही झमाझम बारिश के चलते राज्य के कुल 138 बडे बांधो के जलसंग्रहण में अच्छा-खासा इजाफा हुआ है. तथा कुछ बांधो से जल विसर्ग भी शुरु किया गया है. विगत दो दिनों के दौरान राज्य के सिंचाई प्रकल्पो में 8 फीसद जलसंग्रहण की वृद्धि हुई है. जिसके तहत अमरावती संभाग के बांधो में हुई 5 फीसद वृद्धि का भी समावेश है. विगत दो दिनों के दौरान हुई झमाझम बारिश के चलते जहां नाशिक में जलसंग्रहण को लेकर हालात सुधरे है. वहीं मराठवाडा में स्थिति अब भी काफी हद तक चिंताजनक है. इसके अलावा विदर्भ एवं कोंकण क्षेत्र में हुई मूसलाधार बारिश के चलते इन दोनों क्षेत्रो में बारिश एवं जलसंग्रहण को लेकर स्थिति काफी हद तक संतोषजनक कही जा सकती है.
बता दे कि, अमरावती संभाग के बडे सिंचाई प्रकल्पो में से कई प्रकल्पो में एक माह पहले तक अपर्याप्त जलसंग्रहण था. परंतु विगत कुछ दिनों के दौरान सभी सिंचाई प्रकल्पो के जलसंग्रहण क्षेत्र में हुई झमाझम बारिश के चलते सभी बांध लबालब भर गए और बांधो में जलस्तर काफी तेजी से बढा. अमरावती संभाग के 9 बडे प्रकल्पो में विगत 16 जुलाई तक 533 दलघमी यानी 38 फीसद जलसंग्रह था. जो 23 जुलाई तक 589 दलघमी यानी 42 फीसद तक पहुंच गया है. जिसका सीधा मतलब है कि, विगत एक सप्ताह के दौरान संभाग के बडे बांधो के जलसंग्रहण में 4 फीसद की वृद्धि हुई है. गत वर्ष इसी कालावधि के दौरान बडे प्रकल्पो में 57.48 फीसद जलसंग्रहण था. वहीं संभाग के 27 मध्यम प्रकल्पो में फिलहाल 330.39 दलघमी यानी 42.81 फीसद जलसंग्रहण हो चूका है. जिसमें विगत एक सप्ताह के दौरान 6 फीसद की वृद्धि हुई है. इसी तरह संभाग के 253 लघु प्रकल्पो में 275.97 दलघमी यानी 19 फीसद जलसंग्रहण हो चुका है. लघु प्रकल्पो के जलसंग्रहण में भी विगत एक सप्ताह के दौरान करीब 6 फीसद की वृद्धि हुई है.
उधर राज्य के सभी छोटे-बडे बांधो में गत वर्ष 24 जुलाई तक 54.56 फीसद जलसंग्रहण हुआ था. जो इस बार 45.08 फीसद हुआ है. कोंकण, पुणे व नागपुर संभाग के बांधो में 50 फीसद से अधिक जलसंग्रहण हुआ है. लेकिन छत्रपति संभाजी नगर संभाग में 12.66 तथा नाशिक संभाग में 34.68 फीसद जलसंग्रहण ही हो पाया है. जिसके चलते राज्य के औसत जलसंग्रहण की स्थिति कम दिखाई दे रही है. विगत दो दिनों के दौरान नाशिक संभाग में हुई बारिश के चलते जलसंग्रहण को लेकर नाशिक की स्थिति सुधरी है. साथ ही अब यदि नाशिक में और भी झमाझम बारिश होती तो गंगापुर बांध से जायकवाडी बांध में पानी छोडा जा सकता है. इसके साथ ही अहमदनगर जिले के भंडारदरा बांध में 60 फीसद से अधिक जलसंग्रहण होने पर जल विसर्ग शुरु किया जाएगा. जिससे मराठवाडा के जायकवाडी बांध में जलस्तर बढने की संभावना जताई जा रही है.

सर्वाधिक जलसंग्रहण कोंकण विभाग में
राज्य के कोंकण विभाग में सर्वाधिक बारिश हुई है. जिसके चलते कोंकण विभाग के बांधो में सर्वाधिक 73 फीसद जलसंग्रहण हुआ है. कोंकण के 11 बांधो में से तीन बांध शत-प्रतिशत भर चुके है तथा अधिकांश बांधो में जलसंग्रहण 60 फीसद से अधिक है. वहीं नागपुर संभाग के बांधो में 56 फीसद जलसंग्रहण हो चुका है और तीन बांध शत-प्रतिशत भर गए है. इसके अलावा पुणे संभाग के 35 बांधो में 52 फीसद जलसंग्रहण हुआ है और 18 बांधो में जलस्तर 60 फीसद से अधिक हो जाने के चलते इन बांधो से जलविसर्ग किया जा रहा है.

विदर्भ के बडे बांधो में जलसंग्रहण की स्थिति
बांध                  जलसंग्रहण (दलघमी)     प्रतिशत
अप्पर वर्धा            304.14                        53.92
पूस                     57.54                         63.05
अरुणावती            63.78                         37.59
बेंबला                  83.36                         45.32
काटेपूर्णा             28.30                          32.77
वाण                   21.15                          25.81
नलगंगा               23.06                         33.27
पेनटाकली           8.11                           13.52

 

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