दंगे और कर्फ्यू में हुआ करोडों का नुकसान
शनिवार को बडे पैमाने पर हुई थी लूटपाट और आगजनी
* चार दिन के कर्फ्यू से व्यापार-व्यवसाय पडा है ठप्प
अमरावती/दि.17- विगत शुक्रवार व शनिवार को दो अलग-अलग समुदायों द्वारा किये गये अमरावती बंद के दौरान शहर में बडे पैमाने पर हिंसक वारदातें हुई और कई स्थानों पर तोडफोड, पथराव तथा आगजनी की गई. जिसमें एक प्राथमिक अनुमान के मुताबिक 40 से 50 लाख रूपये का नुकसान होने की जानकारी है. किंतु जिस तरह से एक के बाद एक शिकायतें सामने आ रही है, उसे देखते हुए यह नुकसान करोडों में जाने का अंदेशा है. वहीं दूसरी ओर विगत शनिवार की दोपहर 2 बजे से लागू किये गये लॉकडाउन के चलते शहर में तमाम तरह के व्यापार-व्यवसाय पूरी तरह से बंद पडे है. इसकी वजह से भी लाखों-करोडों रूपयों का नुकसान हो रहा है, क्योंकि तमाम तरह के आर्थिक लेन-देन रूके हुए है.
बता दें कि विगत 13 नवंबर को नमूना, रामपूरी कैम्प, हमालपुरा, ट्रान्सपोर्ट नगर व हनुमान नगर सहीत करीब एक दर्जन से अधिक इलाकों में बडे पैमाने पर तोडफोड व आगजनी की गई. साथ ही दुकान में घुसकर माल लूटा गया और जबर्दस्त पथराव भी किया गया. इस दौरान दो समुदायों के लोग एक-दूसरे के आमने-सामने आ गये थे, जिन्हें तीतर-बीतर करने के लिए पुलिस ने आंसूगैस के गोले व रबरी बुलेट का भी प्रयोग किया था. साथ ही हिंसा व उत्पात करनेवालों व दंगा फैलानेवालों के खिलाफ गाडगेनगर, राजापेठ, खोलापुरी गेट सहित अन्य पुलिस थानों में अपराध भी दर्ज किये गये.
पुलिस सूत्रों दी गई जानकारी के मुताबिक सक्करसाथ परिसर में सुरेश हेडा तथा अग्रवाल नामक व्यापारियों की दो दुकानों में तोडफोड करते हुए करीब 7 से 8 लाख रूपये का किराणा माल लूट लिया गया. हमालपुरा स्थित स्टार ऑटो गैरेज में कुछ दुपहिया वाहन जला दिये गये. जिससे दुकान में रखा फर्निचर भी जलकर खाक हो गया. यहां पर करीब 8 लाख रूपये का नुकसान हुआ है. जमील कालोनी में एक सलून के भीतर तोडफोड करते हुए करीब 87 हजार रूपयों का नुकसान किया गया. ट्रान्सपोर्ट नगर में नरेश वर्मा के गोडाउन की तोडफोड करते हुए करीब 20 से 25 लाख रूपये मूल्य की बैटरी, चार्जर व इन्वर्हटर को चुरा लिया गया. हर्षराज कालोनी में एक सलून में तोडफोड करते हुए दुकान जला दी गई. जिसमें 5 लाख रूपये का नुकसान हुआ है. इसके अलावा गाडगेनगर स्थित सलून की दुकान में घुसकर तोडफोड करते हुए करीब 60 हजार रूपयों का नुकसान किया गया.
वहीं अब दूसरी ओर विगत चार दिनों से कर्फ्यू जारी रहने के चलते शहर के सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठान पूरी तरह से बंद है और सभी प्रमुख व्यापारिक क्षेत्रों में सन्नाटा पसरा हुआ है. ऐसे में रोजाना होनेवाला लाखों-करोडों रूपयों का व्यवहार ठप्प है. अत: विगत चार दिनों से कोई आर्थिक लेन-देन नहीं होने की वजह से शहर के व्यापार जगत को जबर्दस्त नुकसान हो रहा है. उल्लेखनीय है कि, इस समय दीपावली के बाद शादी-ब्याह के सीझन की ग्राहकी जोर पकड रही थी. किंतु तभी अमरावती में दंगा सदृश्य हालात बनने के साथ-साथ बडे पैमाने पर हिंसक वारदातें हुई. जिसकी वजह से कर्फ्यू लागू करते हुए पूरे शहर को बंद करा दिया गया. ऐसे में कपडा, सराफा, इलेक्ट्रॉनिक्स व होटल व्यवसायियों को करोडों रूपयों का नुकसान हो रहा है. यद्यपि इस नुकसान का कोई अधिकृत आंकडा सामने नहीं आया है. किंतु एक अनुमान के मुताबिक विगत चार-पांच दिनों के दौरान कर्फ्यू व नेट बंदी के चलते शहर के व्यापार जगत का करीब 100 करोड रूपयों का नुकसान हो चुका है.
उल्लेखनीय है कि, विगत डेढ वर्ष के दौरान कोविड संक्रमण के खतरे को देखते हुए लंबे समय तक लॉकडाउन चलता रहा. जिसकी वजह से दिर्घ अवधि तक शहर सहित जिले में व्यापार-व्यवसाय ठप्प रहे. वहीं विगत जुलाई-अगस्त माह के बाद से लॉकडाउन की प्रक्रिया धीरे-धीरे आगे बढी और 7 अक्तूबर से सही अर्थों में सबकुछ अनलॉक हुआ. जिसके चलते आम जनजीवन सहित व्यापार-व्यवसाय धीरे-धीरे सामान्य होकर पहले की तरह पटरी पर लौटने लगा और दशहरा व दीपावली पर्व के मौके पर अच्छी-खासी ग्राहकी रही. जिसमें व्यापार जगत को नवसंजीवनी देने का काम किया, लेकिन दीपावली का पर्व बीतने एक सप्ताह बाद भी शहर में हालात बेकाबू हो गये तथा बडे पैमाने पर हिंसा, उत्पात, आगजनी व तोडफोड की घटनाएं घटित हुई. जिसकी वजह से एक बार फिर शहर के बाजारों पर ‘लॉक’ लगाते हुए दुकानों के शटर ‘डाउन’ करने की नौबत आन पडी है. जिसकी वजह से एक बार फिर शहर के व्यापारियों सहित आम नागरिकों को भारी परेशानियों का सामना करते हुए इसका खामियाजा भुगतना पड रहा है.