अमरावतीमहाराष्ट्र

दिसंबर के बाद कपास की फसल लेने पर बोंड इल्ली का खतरा

अमरावती /दि. 20– दिसंबर के बाद कपास की फसल न लेने का आवाहन कृषि विभाग द्वारा बार-बार किए जाने के बावजूद अनेक किसान कपास का सिंचन कर उत्पादन ले रहे है. इससे बोंड इल्ली का जीवनचक्र खंडित हो रहा है. इस कारण आगामी सत्र में बोंड इल्ली का खतरा बढने की संभावना है.
खरीफ सत्र में औसतन से अधिक बारिश के कारण खे  त में पानी जमा होने से कपास का भारी नुकसान हुआ. फसल पीली पड गई और बढोतरी नहीं हो पाई थी. सितंबर से अक्तूबर तक बारिश शुरु रही. पश्चात कपास की फसल थोडीबहुत हाथ लगी. अब अनेक क्षेत्र में कपास का सिंचन शुरु हुआ है. यह फसल मार्च के अंत तक रहने की संभावना है. ऐसी परिस्थिति में गुलाबी बोंड इल्ली का जीवनचक्र खंडित होता रहने से आगामी सत्र में फिर से बोंड इल्ली का प्रादूर्भाव बढने की संभावना है.

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