अमरावती

चांदूर बाजार तहसील में डीएपी खाद की किल्लत

तहसील के 50 किसानों को कृषि सहायक की मदद से दिया जाएगा कृषक अ‍ॅप का प्रशिक्षण

तलवेल/दि.17- चांदूर बाजार तहसील में बीते कुछ दिनों से मानसून की दमदार एन्ट्री हुई है. जिसके चलते तहसील में खरीफ बुआई की तैयारियां शुरु हो चुकी है. लेकिन इन हालातों में तहसील के अधिकतर कृषि केंद्रों में डीएपी खाद उपलब्ध नहीं रहने से किसानों की चिंता बढ़ी है. तहसील में कुल 3, 245 मीट्रीक टन खाद की डिमांड की जा रही है.
यहां बता दें कि राज्य में कुछ महीने पूर्व सभी रासायनिक खाद की कीमतें दोगुनी कर दी गई थी. सरकार के इस निर्णय का चहूंओर से विरोध दर्शाते हुए किसानों ने अनशन करने के संंदर्भ में निवेदन भी दिया था. जिसके बाद केंद्र सरकार ने निर्णय को स्थगित कर सभी रासायनिक खाद को पुरानी दरों में ही उपलब्ध कराने तथा ज्यादा दर वसूलने पर कृषि केंद्र के खिलाफ कार्रवाई करने के आश्वासन दिया था. लेकिन यह आश्वासन कागजों पर ही सिमटता दिखाई दे रहा है. ऐन बुआई के समय तहसील में डीएपी खाद उपलब्ध नहीं रहने से किसानों की चिंताएं बढ़ी है. चांदूर बाजार तहसील के प्रत्येक गांव में कम से कम 50 किसानों को कृषक ऐप की जानकारी देकर कृषि सहायकों की मदद से किसानों को ऐप का प्रशिक्षण दिया जाएगा. यह जानकारी कृषि अधिकारी ने दी है. ऐप में किसाानों नेे कितने हेक्टेअर में बुआई की है, इसका डाटा फीड करना है.
इसके बाद ऐप व्दारा किसानों को कौन से खाद का उपयोग करना है व उसकी योग्य कीमत क्या रहेगी, यह जानकारी मिलेगी. यह ऐप कृषि विभाग व कृषि विज्ञान केंद्र बारामती के सहयोग से तैयार किया गया है. चांदूर बाजार शहर के अलावा ग्रामीण इलाकों में भी रासायनिक खाद उपलब्ध नहीं रहने से किसानों की दुविधा बढ़ी है. किसानों को समय रहते रासायनिक खाद उपलब्ध नहीं होने पर खरीफ का उत्पादन घटने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता. हाल की घड़ी में शहरी इलाकों व ग्रामीण क्षेत्र में पालतु मवेशियों का प्रमाण कम होे जाने से गोबर खाद उपलब्ध नहीं होने से सेंद्रीय खेती करना संभव नहीं है. लगभग सभी किसानों की खेती रासायनिक खाद पर ही निर्भर है. ऐन बुआई के समय रासायनिक खाद उपलब्ध नहीं रहने से किसानों की चिंता बढ़ी है. तहसील में बटाई पर खेती करने वाले किसानों की संख्या ज्यादा है. प्रति वर्ष तहसील में अधिकतर किसान रासायनिक खाद का उपयोग कर उत्पादन बढ़ाने का प्रयास करते हैं, परन्तु चांदूर बाजार तहसील में किराये तत्व पर खेती करने वाले किसानों की संख्या ज्यादा रहने से उनकी चिंताएं बढ़ रही है. इसलिए तहसील में रासायनिक खाद उपलब्ध कराने की मांग जोर पकड़ने लगी है.

एक-दो दिन में होगा खाद उपलब्ध
तहसील के लिए 3,245 मीट्रिक टन डीएपी खाद की डिमांड की गई है. यह खाद एक-दो दिन में उपलब्ध हो जाएगा.
                                – आमझरे, पंचायत समिति कृषि अधिकारी, चांदूर बाजार

कृषि सहायकों से सहयोग से प्रत्येक गांव के 50 किसानों को कृषक ऐप के संदर्भ में जानकारी देकर उन्हें ऐप का प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसके अलावा डीएपी का स्टॉक जल्द ही तहसील में उपलब्ध होगा.
                                            – अंकुश जोगदंड, कृषि अधिकारी, चांदूर बाजार

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