धारणी परिसर में ‘रेड नॅपेड आयबिस’ के दर्शन
पाकिस्तान, श्रीलंका में नामशेष पंछी दिखा मेलघाट में
धारणी/ दि.23 – रेड नॅपेड को संस्कृति में कालकंठक, हिंदी में कालाभुजा अथवा कालाबाज व मराठी में लाल-काला नापड कहा जाता है. यह पंछी धारणी के पश्चिम भाग में रोजाना दिखाई देने से पर्यावरण व पक्षी प्रेमियों ने आनंद व्यक्त किया. मेलघाट के प्राकृतिक जंगल में अनेक दुर्मिल पंछियों व प्राणियों का वास है. पाकिस्तान व श्रीलंका में नामशेष लाल नापड नामक पंछी जिले के धारणी परिसर में दिखाई दिया.
पाकिस्तान व श्रीलंका में अवैध शिकारियों की वजह से रेड नॅपेड आयबिस पर संकट आया जिसमें उनकी संख्या कम हुई. किसानोे के अच्छे व्यवहार के चलते भारत में इस पक्षी की संख्या बढ रही है. धारणी शहर को लगकर टिंगर्या रोड पर स्थित मूंग के खेत में यह पंछी रोज दिखाई देता है. लगभग 7 से 8 पंछी रोजाना दिखाई देते है. इस पंछी के सर पर मुकूट व कांधे पर सफेद निशान है. दूर से यह मोर जैसा दिखाई देता है. सिंगापुर व फ्रैकफर्ट में इस पंछी की प्रजनन की व्यवस्था की गई है. यह पंछी पठार के जंगलों में रहना पसंद करता है ऐसा पंछी निरीक्षक वैभव कोल्हे ने कहा.