कोरोना संक्रमितों के इलाज हेतु मुस्तैद है दयासागर अस्पताल
४३ कोरोना संक्रमितों का चल रहा इलाज १२ जुलाई को निजी कोविड अस्पताल के रूप में मिली थी मान्यता
प्रतिनिधि/दि.२०
अमरावती-स्थानीय कैम्प परिसर स्थित दयासागर अस्पताल को प्रशासन द्वारा विगत १२ जुलाई को शहर के दूसरे निजी कोविड अस्पताल के रूप में मान्यता प्रदान की गई थी. जिसके बाद से दयासागर अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों को भरती और इलाज करने का काम शुरू किया गया. इस अस्पताल में ४० बेड की क्षमतावाला कोविड वॉर्ड स्थापित किया गया है. जहां पर कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज जारी है. साथ ही कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज हेतु यहां पर काफी चाकचौबंद व चुस्त-दुरूस्त व्यवस्थाएं की गई है. इस संदर्भ में दयासागर अस्पताल प्रशासन से जानकारी हेतु संपर्क किये जाने पर बताया गया कि, इस अस्पताल के आयसीयू में इस समय ५ कोरोना संक्रमित रखे गये है. जिसमें से २ मरीजों की तबियत काफी गंभीर थी. किंतु अब उनका स्वास्थ्य स्थिर है. साथ ही बताया गया कि, दयासागर अस्पताल के कोविड अस्पताल में २६-२६ मेडिकल स्टाफ की तीन शिफ्ट लगायी गयी है और हर शिफ्ट में तीन डॉक्टर, २० नर्स व ४ अन्य कर्मचारी ड्यूटी पर तैनात होते है. जिनके लिए रोजाना ३० पीपीई कीट का प्रयोग किया जा रहा है. इसके साथ ही यहां पर मरीजों के लिए मास्क व दवाईयों की आपूर्ति जिला सामान्य अस्पताल द्वारा की जा रही है. साथ ही दयासागर अस्पताल की पीपीई कीट, मास्क व दवाईयों से संबंधित जरूरतों के संदर्भ में जिला सामान्य अस्पताल प्रशासन से लगातार संपर्क जारी है. अलग-अलग वॉर्ड की अलग-अलग दरें यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि दयासागर अस्पताल को निजी कोविड अस्पताल के तौर पर मान्यता दी गई है. ऐसे में यहां पर भरती होनेवाले कोरोना संक्रमित मरीजों को अपने इलाज के लिए आवश्यक शुल्क अदा करना होगा. जिसके तहत यहां पर जनरल वॉर्ड के लिए ३ हजार ५००, प्राईवेट रूम के लिए ४ हजार, आयसीयू के लिए ७ हजार ५०० रूपये रोजाना का शुल्क अदा करना ऑक्सिजन सिलेंडर के लिए ५०० रूपये प्रति सिलेंडर व पीपीई कीट के लिए रोजाना १ हजार रूपये का शुल्क अदा करना होगा.