डीसीपी विक्रम साली देेंगे ‘परी’ के पंखों को बल
एक पल में शैक्षणिक पालकत्व स्वीकार करने का लिया फैसला
तृतीयपंथी सम्मेलन में एक दंपत्ति ने 9 माह की बच्ची को किया था स्वाधीन
अमरावती/दि.9- इस समय शहर के धर्मदाय कॉटन फंड में तृतीयपंथियों का अखिल भारतीय मंगलामुखी सम्मेलन चल रहा है. इस सम्मेलन के दौरान जिले के एक दंपत्ति द्वारा अपनी 9 माह के बच्चे को तृतीयपंथियों के स्वाधीन किया गया. जिसके बारे में जानकारी मिलते ही शहर के पुलिस उपायुक्त विक्रम साली ने बिना एक पल की देरी किए ‘परी’ नामक इस बच्ची के शैक्षणिक पालकत्व को स्वीकार करने की घोषणा की तथा इस जरिए सोशल पुलिसिंग का भी परिचय भी दिया.
ुउल्लेखनीय है कि अमरावती में पहली बार तृतीयपंथियों का राष्ट्रीय स्तर वाला सम्मेलन हो रहा है. जिसमें 1 से 15 जनवरी के दौरान विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इसी आयोजन के दौरान विगत 1 जनवरी को पुलिस उपायुक्त विक्रम साली ने सम्मेलन का निरीक्षण व मुआयना किया. इस समय आयोजकों के साथ चर्चा करते वक्त उनका ध्यान एक छोटे बच्चे की ओर गया. जिसके बारे में पूछताछ करने पर पता चला कि अमरावती जिले में रहने वाले एक दंपत्ति ने इस बच्चे को आयोजकों के स्वाधीन किया है. जिसका पालकत्व स्वीकार करते हुए तृतीयपंथियों ने इस बच्ची का नाम ‘परी’ रखा है. यह जानकारी प्राप्त होते ही पुलिस उपायुक्त विक्रम साली ने तुरंत मानवता का परिचय देते हुए ‘परी’ के शैक्षणिक पालकत्व का जिम्मा उठाने की तैयारी दर्शाई तथा कहा कि वे ‘परी’ की पढ़ाई- लिखाई का पूरा खर्च उठाएंगे, ताकि वह पढ़-लिखकर काबिल बन सके और उसका भविष्य उज्जवल हो. यहां यह भी विशेष उल्लेखनीय ै कि शहर पुलिस उपायुक्त विक्रम साली हमेशा ही प्रचार-प्रसार से कोसों दूर रहते हुए सामाजिक कार्य करते हैं.
कई बच्चों को सहायता की प्रतीक्षा
आयोजकों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक नागपुर में भी इसी तरह तीन बच्चो को उनके माता-पिता के द्वारा तृतीयपंथियों के सुपुर्द किया गया. इसके अलावा गुजरात व पंजाब सहित अन्य राज्यों में भी कई दंपत्तियों ने अपने बच्चों को तृतीयपंथियों के स्वाधीन किया है. ऐसे बच्चों के भविष्य के बारे में कोई भी विचार नहीं किया जाता. यदि समाज विचार करें, तो इन बच्चों को भी पढ़ा लिखाकर उनके भविष्य को भी उज्वल बनाया जा सकता है. इस हेतु तृतीयपंथियों द्वारा सरकार एवं समाज से सहयोग करने का आवाहन किया गया है.