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बॉक्स बेड में मिली मां-बेटे की लाशें

दोनों लाशें बुरी तरह से सड-गल गई थी

* 7-8 दिन से दोनों से नहीं हो पा रहा था किसी का संपर्क
* मोर्शी के शिवाजी नगर परिसर का मामला, मची सनसनी
अमरावती/दि.2 – जिले की मोर्शी तहसील अंतर्गत शिवाजी नगर परिसर स्थित एक घर में रहने वाले मां व बेटे के सडे-गले शव घर में ही रखे बेड बॉक्स के भीतर से बरामद हुए. जिसे लेकर पूरे परिसर में अच्छी खासी सनसनी मच गई है. जिस तरह से दोनों शवों को बेड बॉक्स के भीतर चादर में लपेटकर रखा गया था. उसे देखते हुए संदेह है कि, किसी ने दोनों मां-बेटे को पहले मौत के घाट उतारा और इसके बाद दोनों शवों को छिपाने के इरादे से चादर में लपेटकर बेड बॉक्स में डाल दिया. यह मामला सामने आते ही मोर्शी सहित समुचे जिले में अच्छी खासी सनसनी व्याप्त हो गई है. पुलिस ने धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज करते हुए जांच शुुरु कर दी है. दोनों शव इतने अधिक सड-गल गए है कि, प्राथमिक पंचनामें के जरिए यह अंदाजा नहीं लगाया जा सका कि, दोनों की हत्या कैसे की गई है. ऐसे में अब दोनों शवों के पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के मिलने का इंतजार किया जा रहा है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक मोर्शी के शिवाजी नगर परिसर में रहने वाले गणेश कापसे की कुछ अरसा पहले मौत हो गई थी. जिनके पश्चात उनकी पत्नी निलीमा गणेश कापसे (45) अपने दो बेटों सौरभ गणेश कापसे (25) व आयुष गणेश कापसे (22) के साथ अपने चार कमरे वाले मकान में रह रही थी. चार कमरों वाले इस मकान के तीन कमरों में कापसे परिवार रहता है तथा एक कमरा किसी व्यक्ति को किराए पर दिया गया है. विगत 7-8 दिनों के साथ निलिमा कापसे के घर में किराए से रहने वाले व्यक्ति सहित आसपडोस में रहने वाले लोगों को कापसे परिवार का कोई सदस्य दिखाई नहीं दे रहा था. साथ ही मां-बेटों में से किसी के साथ भी मोबाइल पर संपर्क भी नहीं हो पा रहा था. साथ ही कापसे परिवार के घर में किराए से रहने वाले व्यक्ति को कापसे परिवार के घर से थोडी बदबू आती महसूस हो रही थी. ऐसे में उसने इस बात की जानकारी से अपने मकान मालकीन निलिमा कापसे के कोंढाली में रहने वाले माता-पिता को दी. उल्लेखनीय है कि, कोंढाली में रहने वाले निलिमा कापसे के पिता हर एक-दो दिन की आड में मोर्शी में रहने वाली अपनी बेटी से मोबाइल पर संपर्क करते है. परंतु उनका भी 5-6 दिन से अपनी बेटी और दोनो नातियों में से किसी के भी साथ संपर्क नहीं हुआ, तो उन्हें भी फिक्र होने लगी थी. जिसके चलते बेटी के यहां किराए पर रहने वाले व्यक्ति का फोन आते ही वे तुरंत कोंढाली से मोर्शी पहुंचे. जहां पर किराएदार सहित आसपडोस में रहने वाले लोगों से उन्हें पता चला कि, विगत 5-6 दिनों से कापसे परिवार का कोई भी सदस्य दिखाई नहीं दिया है और घर सुनसान पडा है.
इस समय निलिमा कापसे के घर पर सामने वाला दरवाजा भीतर से बंद था. जिसे निलिमा कापसे के पिता ने काफी देर तक ठकठकाया लेकिन भीतर से कोई प्रतिसाद नहीं मिला, तो उन्होंने घर के पिछले हिस्से में रहने वाले दरवाजे पर जाकर देखा, तो वहां पर ताला लगा हुआ था. यह देखकर उन्हें भी काफी अचंभा हुआ. साथ ही इस दौरान उन्हें भी घर के भीतर से बदबू आती महसूस हुई. जिसके चलते उन्होंने तुरंत ही मोर्शी पुलिस को इसकी सूचना दी और सूचना मिलते ही मोर्शी के थानेदार श्रीराम लांबाडे अपने दल-बल सहित मौके पर पहुंचे. जिन्होंने पंचों की उपस्थिति में कापसे परिवार के घर पर दरवाजा खुलवाया, तो घर के भीतर बडे पैमाने पर भयानक दुर्गंध का भभका उठा. ऐसे में पुलिस ने पूरे घर की पडताल की, तो पता चला कि, यह ुदुर्गंध बॉक्स की तरह रहने वाले दीवान बेड से उठ रही है. ऐसे में पुलिस ने उस बेड बॉक्स को खोला. जिसके भीतर निलिमा कापसे और उनके छोटे बेटे आयुष कापसे की सडी-गली लाशें बरामद हुई. यह नजारा देखकर मौके पर उपस्थित प्रत्येक व्यक्ति काफी हद तक सिहर गया. वहीं इस मामले की जानकारी मिलते ही कापसे परिवार के घर पर परिसरवासियों की अच्छी खासी भीड उमडनी शुरु हो गई. पश्चात पुलिस ने पंचनामा करते हुए दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. साथ ही निलिमा कापसे के बडे बेटे सौरभ कापसे की तलाश करनी शुरु की. क्योंकि विगत 7-8 दिनों से निलिमा कापसे का बडा बेटा सौरभ भी पूरे परिसर में कहीं पर भी दिखाई नहीं दिया है. ऐसे में सबसे बडा सवाल यह है कि, जब निलिमा कापसे और उनका छोटा बेटा आयुष कापसे घर के ही भीतर विगत 7-8 दिनों से दीवान बेड में मृत पडे थे, तो विगत 7-8 दिनों से किसी को भी नजर नहीं आने वाला उनका बडा बेटा इस समय कहां है. इस सवाल को लेकर पुलिस सहित परिसरवासियों का संदेह गहरा रहा है तथा इसे लेकर कुछ अलग तरह की चर्चाएं चल रही है. जिसके चलते मोर्शी पुलिस द्बारा अब निलिमा कापसे के बडे बेटे सौरभ की सरगर्मी से तलाश की जा रही है. जिसका अंतिम मोबाइल लोकेशन अमरावती शहर में ट्रेस हुआ है. विशेष उल्लेखनीय है कि, अपने ही घर में मृत पायी गई निलिमा कापसे और आयुष कापसे के मोबाइल भी घर से नदारद थे. जिनका लोकेशन ट्रेस करने पर उनका लोकेशन भी अमरावती में सौरभ कापसे के मोबाइल लोकेशन के साथ दिखाई दिया. यानि दोनों मृतकों के मोबाइल सौरभ कापसे अपने साथ लेकर गया था. जिसकी वजह से इस दोहरे हत्याकांड में सौरभ कापसे की भूमिका रहने का संदेह जताया जा रहा है.
जानकारी के मुताबिक अपने दोनों बेटों के साथ शिवाजी नगर परिसर में रहने वाली निलिमा कापसे एमआरजीएस में काम किया करती थी. वहीं उनका छोटा बेटा आयुष कापसे इस समय महाविद्यालयीन छात्र था. इसके अलावा फिलहाल लापता रहने वाला सौरभ कापसे कंन्स्ट्रक्शन इंजिनियर के तौर पर काम किया करता है, ऐसा पता चला है. दोनों मां-बेटे की घर के ही बेड के भीतर से सडी-गली लाशें मिलने और घर के बडे बेटे पर इस दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने का संदेह रहने के चलते परिसर में जबर्दस्त हडकंप के साथ ही शोक की लहर व्याप्त है.

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