शववाहिका पडने लगी कम, स्कूल वैन में लाये जा रहे कोविड मृतकों के शव
जिले में कोरोना मौतों की संख्या बढ रही, व्यवस्थाएं साबित होने लगी अपर्याप्त
अमरावती/दि.23 – जिले में इन दिनों कोविड संक्रमण की वजह से होनेवाली मौतों की संख्या लगातार बढ रही है. ऐसे में अस्पतालों से कोविड मृतकों के शवों को श्मशान भूमि तक पहुंचाने हेतु शववाहिकाएं कम पडने लगी है. जिसके चलते अब स्कूल वैन के रूप में प्रयुक्त होनेवाले वाहनों को शव वाहिका के तौर पर प्रयोग में लाया जा रहा है. ऐसे ही गत रोज एक स्कूल वैन के जरिये कोविड संक्रमित मृतक का शव हिंंदू श्मशान भूमि में लाया गया. वहीं इन दिनों सरकारी कोविड अस्पताल सहित निजी कोविड अस्पतालों के सामने अपने मृत परिजनों का शव लेने हेतु उनके रिश्तेदारों एवं शववाहिकाओं की भारी भीडभाड देखी जा रही है.
जानकारी के मुताबिक अब तक मनपा के पास उपलब्ध दो शववाहिकाओें के जरिये निजी अस्पतालों तथा जिला अस्पताल के पास उपलब्ध दस रूग्णवाहिकाओें व पांच शववाहिकाओं के जरिये सरकारी कोविड अस्पताल से कोविड मृतकों के शव हिंदू श्मशान भूमि में अंतिम संस्कार हेतु पहुंचाये जाते थे. इन दिनों अमरावती शहर में स्थित कोविड अस्पतालों में अमरावती सहित बाहरी जिलों के कोविड संक्रमित मरीज भी भरती है. जिनकी मौत होने पर उनके शवों पर स्थानीय श्मशान भूमि में ही अंतिम संस्कार किया जाता है और इस वजह के चलते श्मशान भूमि में भी भारी भीडभाड हो रही है. ऐसे में कोविड संक्रमितों के शवों के साथ शववाहिकाओं को भी करीब तीन से चार घंटे तक श्मशान भूमि में खडे रहना पडता है. जिसकी वजह से अब शव वाहिकाओें की संख्या भी अपर्याप्त पड रही है और स्कूल वैन में कोविड संक्रमित मृतक के शव को लाने की नौबत आन पडी है.
उल्लेखनीय है कि, इन दिनों सभी स्कूल कोविड संक्रमण के खतरे की वजह से बंद है और स्कूल वैन चालकों के पास कोई काम नहीें है. लेकिन इसके बावजूद स्कूल वैन को शववाहिका के तौर पर प्रयोग में लाया जाना अपने आप में बेहद गंभीर बात है. साथ ही इसे लगातार अपर्याप्त होती जा रही व्यवस्थाओं का उदाहरण कहा जा सकता है.
सुपर कोविड अस्पताल में शवों को लेने भीडभाड
स्थानीय सुपर कोविड अस्पताल को जिले का सबसे बडा कोविड अस्पताल कहा जा सकता है. जहां पर 450 बेड की क्षमता है और यहां पर बडी संख्या में गंभीर व अति गंभीर स्थिति में रहनेवाले मरीजों को वेंटिलेटर व आयसीयू बेड पर रखा गया है. इस अस्पताल में आये दिन गंभीर स्थितिवाले कई मरीजोें की मौत भी होती है. ऐसे में अस्पताल के मुख्य प्रवेश द्वारा पर लगभग रोजाना ही मृत मरीजों के परिजनों का जमावडा लगा रहता है. साथ ही हर वक्त करीब चार से पांच शववाहिकाएं कोविड अस्पताल के प्रवेश द्वार पर खडी रहती है. इस दृश्य को देखकर कहा जा सकता है कि, इस समय अमरावती में कोविड मौतों को लेकर हालात काफी भयावह हो चले है.