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शासकीय क्वॉर्टर में वैद्यकीय महिला अधिकारी का मिला शव

मोर्शी तहसील के नेरपिंगलाई स्वास्थ्य केंद्र परिसर की घटना

* शव दो दिन से क्वॉर्टर में पडा रहने का संदेह
नेरपिंगलाई (अमरावती)/दि. 31 – मोर्शी तहसील के नेरपिंगलाई के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत महिला वैद्यकीय अधिकारी का सडा-गला शव शासकीय क्वॉर्टर में बरामद होने से खलबली मच गई है. गुरुवार 30 मई को यह घटना प्रकाश में आई. मृतक महिला वैद्यकीय अधिकारी का नाम डॉ. सुषमा तिरपुडे (45) है. मृत्यु का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हुआ है.
जानकारी के मुताबिक डॉ. सुषमा तिरपुडे अकेली ही शासकीय क्वॉर्टर में रहती थी. दो दिन से वह फोन न उठाती रहने से चंद्रपुर के उसके एक दोस्त ने इंटरनेट से नेरपिंगलाई गांव के अन्य डॉक्टर का फोन नंबर निकाला. एक निजी डॉक्टर का नंबर उसे मिला. इस पर फोन कर डॉ. सुषमा तिरपुडे दो दिन से फोन न उठाते रहने की बात कही और जांच करने का अनुरोध किया. संबंधित निजी डॉक्टरों ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जाकर पूछताछ की तब वहां के कर्मचारियों ने डॉक्टर क्वॉर्टर में सो रही है, ऐसा बताया. इस कारण निजी डॉक्टर ने उनका दरवाजा बजाकर उन्हें उठाने का प्रयास किया. लेकिन प्रतिसाद नहीं मिला. क्वॉर्टर की खिडकी खोलकर भीतर देखने पर डॉ. सुषमा तिरपुडे बेड पर पडी थी और बदबू फैली हुई थी. यह जानकारी गांव में फैलते ही घटनास्थल पर नागरिकों की भारी भीड जमा हो गई. नेरपिंगलाई के पुलिस पाटिल राजेश राऊत ने तत्काल शिरखेड पुलिस को जानकारी दी. जानकारी मिलते ही पुलिस का दल घटनास्थल आ पहुंचा और दरवाजा तोडकर भीतर प्रवेश किया. पंचनामा कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पुलिस ने फिलहाल आकस्मिक घटना दर्ज की है.

* वैद्यकीय अधिकारी थी तलाकशुदा
विवाहित रही डॉ. सुषमा तिरपुडे तलाकशुदा रहने और अपने क्वॉर्टर में अकेले ही रहती रहने की जानकारी शिरखेड पुलिस ने दी. वह भंडारा जिले के लाखनी गांव की रहनेवाली थी.

* फोन न उठाने से चला पता
आरोपी को वैद्यकीय जांच के लिए ले जाते समय दुविधा आ रही थी. इस कारण पुलिस ने डॉक्टर से संपर्क किया. लेकिन वे फोन नहीं उठा रही थी. क्वॉर्टर पर जाकर देखा तब शव सडी-गली अवस्था में बरामद हुआ. कुलर भी शुरु था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मृत्यु का कारण पता चलेगा.
– सचिन लुले
थानेदार, शिरखेड.

* सहयोगियों ने कोई पहल भी नहीं की
नेरपिंगलाई स्वास्थ केंद्र का परिसर काफी बडा है. यहां 24 घंटे वैद्यकीय सेवा दी जाती है. ऐसे समय कार्यरत महिला वैद्यकीय अधिकारी डॉ. सुषमा तिरपुडे ‘नॉट रिचेबल’ रहने के बावजूद वहां कार्यरत कर्मचारियों ने अपनी वरिष्ठ अधिकारी बाबत कोई पूछताछ भी नहीं की. दो दिनों से किसी ने कुछ ही दूरी पर क्वॉर्टर की तरफ जाकर भी नहीं देखा. इस बाबत आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों की इस भूमिका का कारण अनेक सवाल उठाए जा रहे है.

* पीएम रिपोर्ट का इंतजार
शिरखेड पुलिस ने शासकीय क्वॉर्टर से महिला वैद्यकीय अधिकारी का शव बरामद करने के बाद जांच पडताल शुरु कर दी है. अभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आना बाकी है. रिपोर्ट प्राप्त होते ही मृत्यु का कारण स्पष्ट होगा, ऐसा शिरखेड पुलिस ने कहा है.

 

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