अमरावती

नांदगांव पेठ एमआईडीसी में 2 साल से बिना अनुमति चल रहा घातक केमिकल का कारखाना

एमआईडीसी के अधिकारियों को कोई खबर ही नहीं

* मजदूरों सहित सावर्डी गांववासियों की सुरक्षा खतरे में

अमरावती /दि.23– समिपस्थ नांदगांव पेठ एमआईडीसी में सावर्डी गांव के पास स्थित अतिरिक्त मिडसी औद्योगिक क्षेत्र के प्लॉट क्रमांक ए-81 भूखंड पर विगत 2 वर्षों से कैल्शियम नॉयट्रेट केमिकल का कारखाना बिना अनुमति अवैध तरीके से चल रहा है. लेकिन इसके संदर्भ में एमआईडीसी के वरिष्ठ अधिकारियों व ऐरिया निरीक्षक को कोई जानकारी ही नहीं है, ऐसी सनसनीखेज जानकारी सामने आयी है. जिससे सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि, महाराष्ट्र का औद्योगिक विकास महामंडल का कामकाज किस तरह से चलता है.
उल्लेखनीय है कि, गज रोज ही दैनिक अमरावती मंडल ने इस विषय को लेकर प्रमुखता के साथ खबर प्रकाशित की थी. जिसके पश्चात अमरावती में पुराना बायपास के स्थित ही एमआईडीसी के प्रादेशिक कार्यालय में अच्छा खासा हडकंप मच गया, ऐसी जानकारी है. इस संदर्भ में नांदगांव पेठ के अतिरिक्त मिडसी औद्योगिक क्षेत्र में प्लॉट क्रमांक ए-81 भूखंड राजकुमार ऑईल रिफायनरी के लिए दिया गया था. जहां पर मेसर्स नाथद्वारा केमिकल्स (नागपुर) नामक कंपनी की ओर से कैल्शियम नॉयटे्रट की निर्मिति का कारखाना नियमबाह्य तरीके से चलाया जा रहा है और यह कारखाना यहां पर विगत 2 वर्षों से बिना अनुमति चल रहा है. जिसके बारे में एमआईडीसी के स्थानीय अधिकारियों के पास कोई जानकारी ही नहीं है. यह अपने आप में सबसे बडी हैरत वाली बात है. साथ ही नांदगांव पेठ एमआईडीसी सहित एमआईडीसी के अमरावती स्थित प्रादेशिक कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी इस विषय को लेकर अपनी कोई भी प्रतिक्रिया देने से बच रहे है.

* कारखाने के लिए विविध प्रकार की अनुमति हेतु नियमानुसार आवेदन किया गया है. परंतु दस्तावेजों में कुछ त्रुटी रहने के चलते उसका फालोअप लिया जा रहा है. हमें अब तक एमआईडीसी, जलापूर्ति व प्रदूषण नियंत्रण मंडल से अनुमति नहीं मिली है. परंतु बीच-बीच में कारखाना शुरु रखना पडता है. ताकि उत्पादन जारी रखा जाये.
– विनय चौधरी,
संचालक, मे. नाथद्वारा केमिकल्स

* अक्षय चौधरी का चेहरा हुआ विदृप
बिना अनुमति चलने वाले नाथद्वारा केमिकल के कारखाने में कामगारों की सुरक्षा हेतु कोई भी उपाय नहीं है. पानी की सुविधा व अग्निसुरक्षा नहीं रहने के बावजूद यहां पर कामगारों को अपनी जान खतरे में डालकर काम करना पडता है. मार्च 2023 मेें अक्षय चौधरी नामक मजदूर पर नायट्रेट एसिड उछलकर आ गिया था. जिसकी वजह से उसका चेहरा विदृप हो गया है, लेकिन उस समय कारखाना मालिक की ओर से इसे बिल्कुल भी गंभीरतापूर्वक नहीं लिया गया और उस घटना के बाद भी कामगारों के स्वास्थ्य व सुरक्षा को लेकर इस कारखाने में कोई उपाय नहीं किया गया है.

* विस्फोटकों के लिए प्रयुक्त होता है कैल्शियम नायट्रेट
सवर्डी गांव के पास स्थित एमआईडीसी में नाथद्वारा केमिकल्स नामक कंपनी द्वारा अपने कारखाने में कैल्शियम नायट्रेट जैसे घातक रसायन का उत्पादन किया जाता है. जिस पर प्रक्रिया करने के बाद उसे विस्फोटक तैयार करने में प्रयुक्त किया जाता है और इन विस्फोटकों का कोल माईन्स व गिट्टी की खदानों में ब्लॉस्टींग के लिए प्रयोग होता है. विगत 2 वर्षों से सावर्डी के पास स्थित कारखाने में तैयार किये जाने वाले कैल्श्यिम नायटे्रट के कच्चे स्वरुप वाले केमिकल को नागपुर स्थित सोलार इंडस्ट्रीज में भेजा जा रहा था और उसी सोलार इंडस्ट्रीज के कारखाने में विगत सप्ताह विस्फोट हुआ था. जिसमें 9 मजदूरों की जान गई थी. ऐसे ही किसी हादसे की पुनरावृत्ति की भी वक्त सावर्डी के निकट बिना अनुमति चलने वाले केमिकल कारखाने में भी हो सकती है.

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