अमरावती

डेथ ऑडिट : 67 फीसद कोविड मृतकों का नहीं हुआ था टीकाकरण

तीसरी लहर के दौरान सौम्य लक्षण के चलते मृत्युदर में कमी

अमरावती/दि.8 – कोविड संक्रमण की तीसरी लहर के दौरान जिले में 85 फीसद से अधिक टीकाकरण हो चुका था. जिसके चलते नागरिकों को एक तरह का सुरक्षा कवच प्राप्त था. ऐसे में यद्यपि संक्रमण की रफ्तार कुछ अधिक रही. किंतु संक्रमित मरीजोें में गंभीर किस्म के लक्षण नहीं दिखे. यहीं वजह है कि, जिस रफ्तार से संक्रमण की लहर आयी, उसी रफ्तार से इस लहर का असर कम ही होने लगा. हालांकि इस दौरान 15 संक्रमितों की मौत हुई. जिसमें से 66.60 फीसद यानी 10 मृतकों का कोविड टीकाकरण नहीं हुआ था. ऐसी जानकारी सामने आयी है.
बता दें कि, अमरावती जिले में जनवरी माह से कोविड संक्रमण की तीसरी लहर शुरू हुई. जिसका असर फरवरी माह आते-आते कम होना शुरू हो गया. इस दौरान 37 दिनों में 8 हजार 907 नागरिक कोविड संक्रमित हुए. जिसमें से 6 हजार 555 नागरिक कोविड मुक्त भी हुए. वहीं इस दौरान 15 संक्रमितों की मौत हुई है. जिसमें से केवल 5 मृतक ऐसे थे, जिनका टीकाकरण हुआ था. वहीं 10 मरीजों ने कोविड वैक्सीन का एक भी टीका नहीं लगवाया था.
ज्ञात रहे कि, इससे पहले कोविड संक्रमण की पहली लहर के दौरान 7 हजार 713 संक्रमित पाये गये थे. जिसमें से 154 संक्रमितों की मौत हुई थी. वहीं दूसरी लहर के दौरान 79 हजार 934 संक्रमित पाये गये थे तथा दूसरी लहर के दौरान 1 हजार 253 संक्रमितों की मौत हुई थी. किंतु तीसरी लहर के दौरान तुलनात्मक रूप से कोविड के चलते होनेवाली मौतों का प्रमाण बेहद कम रहा. स्वास्थ्य महकमे के मुताबिक यह टीकाकरण की वजह से संभव हो पाया है.
ऐसे में कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने हेतु टीकाकरण सबसे प्रभावी उपाय रहने के चलते सरकार और प्रशासन द्वारा शत-प्रतिशत टीकाकरण करने का प्रयास किया जा रहा है. इसके तहत 6 फरवरी तक अमरावती जिले में 31 लाख 94 हजार 230 टीके लगाये जा चुके है. जिसमें से 11 लाख 70 हजार 245 नागरिकों को पहला टीका लगाया गया है और इनमें से 11 लाख 98 हजार 112 नागरिकों ने दूसरा टीका भी लगवा लिया है. ऐसे में यद्यपि तीसरी लहर के दौरान संक्रमितों की संख्या अकस्मात ही तेजी से बढी. किंतु संक्रमण के लक्षण बेहद सौम्य थे और इसी वजह के चलते कोविड से होनेवाली मौतों का प्रमाण भी बेहद कम रहा.

मृतकोें में 86.66 बुजुर्ग नागरिक

तीसरी लहर के दौरान मृत हुए मरीजों में से 2 मरीज 40 से 60 वर्ष आयुगुट के थे. वहीं शेष 13 मरीज 62 से 92 वर्ष आयुगुट से वास्ता रखते थे. इसमें 60 से 59 वर्ष आयुगुट के चार, 70 से 79 वर्ष आयुगुट के पांच, 80 से 89 वर्ष आयुगुट के चार तथा 90 वर्ष से अधिक आयुगुट के 1 मरीज का समावेश रहा.

मृतकों के टीकाकरण की स्थिति

तीसरी लहर के दौरान अब तक कोविड से संक्रमित 15 मरीजों की जिले में इलाज के दौरान मौत हुई. इसमें से 6 मरीजों का टीकाकरण ही नहीं हुआ था. वहीं 4 मरीजों ने केवल एक ही डोज लिया था और दूसरा डोज लेने के लिए उनका समय भी काफी पहले खत्म हो चुका था. इसके अलावा पांच मरीजों ने दोनोें टीके लगवाये थे. किंतु वे बहुविध बीमारियों से पीडित रहने के साथ ही वरिष्ठ आयुगुट से वास्ता रखते थे. ऐसी जानकारी स्वास्थ्य महकमे के जरिये प्राप्त हुई है.

तीसरी लहर के दौरान 15 संक्रमितों की मौत हुई है. जिसमें से 66.60 फीसद मरीजों का टीकाकरण नहीं हुआ था. वहीं 26.60 फीसद मरीजों ने केवल एक ही डोज लिया था और दूसरा डोज लेने के लिए उनका आवश्यक समय काफी पहले खत्म हो चुका था. ऐसे में सभी नागरिकों ने अनिवार्य तौर पर कोविड वैक्सीन का टीका लगवाना चाहिए तथा इसकी अनदेखी नहीं करनी चाहिए.

शहर में 5 व ग्रामीण में 10 मौतें

तीसरी लहर के दौरान 16 जनवरी को दो, 25 जनवरी को तीन, 26 जनवरी को दो, 27 जनवरी को तीन तथा 29 से 31 जनवरी के दरम्यान रोजाना 1 मरीज की मौत हुई. इसमें से कोविड अस्पताल में 14 तथा निजी अस्पताल में 1 मरीज ने दम तोडा. इन मृतकों में मनपा क्षेत्र के पांच व ग्रामीण क्षेत्र के दस संक्रमितों का समावेश था. साथ ही इन 15 मृतकोें में 2 महिला व 13 पुरूष मरीज थे.

तीनों लहर के दौरान संक्रमितों व मृतकों की संख्या

लहर       संक्रमित      मौतें
पहली         7,713        154
दुसरी        79,934       1,253
तीसरी         8,907       15

Related Articles

Back to top button