अमरावतीमहाराष्ट्र

जन्म की बजाए दे दिया मृत्यु का प्रमाणपत्र

मनपा के जन्म-मृत्यु विभाग का अजीबोगरीब कारोबार

अमरावती/दि.14– महानगर पालिका के जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र देने कार्यरत विभाग का नया कारनामा सामने आया है. शहर की एक किशोरी ने महानगर पालिका के जन्म, मृत्यु प्रमाणपत्र पंजीयन कार्यालय से बर्थ सर्टिफिकेट मांगा था. ऐवज में संबंधित विभाग ने उसे डेथ (मृत्यु) सर्टिफिकेट थमा दिया. यह वाकया आमजनों के लिए भले ही उपहास का विषय हो, लेकिन सर्टिफिकेट हाथ में आने के बाद आवेदक के दिल पर क्या गुजर रही होगी, यह तो वही जानता है. प्रमाणपत्र पाने के लिए प्रियंका (काल्पनिक नाम) अपने पिता के साथ महानगर पालिका मुख्यालय गई थी. मांग के अनुरुप आवेदन कर प्रियंका ने जन्म प्रमाणपत्र से संबंधित सभी दस्तावेजों को भी संलग्न कर कार्यालय को सौंप दिया. नियत तिथि पर जब प्रियंका प्रमाणपत्र लेने पहुंची तो प्रमाणपत्र देख भौचक्की रह गई. महानगर पालिका के जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र कार्यालय ने प्रियंका को उसी की जन्मतिथि पर मृत घोषित कर दिया. इस समय आवेदक और पिता की मानसिक स्थिति बेहद आपे से बाहर हो गई थी.

* साहब मैं तो जिंदा हूं
साथ में पहुंचे पिता को बेटी प्रियंका बडे ही सादगी भरे अंदाज में कह रही थी, पिताजी इन्होंने तो मुझे जिंदा ही मार डाला. तत्काल साहब की केबिन में पहुंची प्रियंका ने बडी ही अनुनय, विनय अंदाज में अधिकारी से कहा, साहब, मैं मृत प्रियंका आपके सामने खडी हूं. आपने मुझे मेरे जीते जी मृत्यु का प्रमाणपत्र थमा दिया.

* संशोधन का विषय
जन्म हो या मृत्यु, इसका प्रमाणपत्र पाने के लिए तय प्रारुप में अलग-अलग आवेदन होते है. मांग के अनुरुप संबंधित दस्तावेज मुहैया कराना अनवार्य है. मृत्यु प्रमाणपत्र के लिए मेडिकल सर्टिफिकेट, स्मशानभूमि की रसिद अनिवार्य है. अधिकारियों ने दोनों कहां से हासिल किए, यह भी एक संशोधन का विषय बन गया है.

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