डेथ इन कस्टडी : पुलिस की निगाहें लगी जांच रिपोर्ट की ओर
राजापेठ व वलगांव थाने में दो आरोपियों की मौत का मामला
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सीआयडी तेजी से कर रही दोनों मामलों की जांच
अमरावती/दि.23 – शहर पुलिस आयुक्तालय के राजापेठ व वलगांव पुलिस थानों में अलग-अलग समय पर दो आरोपियों द्वारा फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली गई थी. ये दोनों ही मामले ‘डेथ इन कस्टडी’ से संबंधित रहने के चलते दोनों मामलों की जांच सीआयडी के पास भेजी गई और घटना घटित होने के पहले घंटे से लेकर सीआयडी के पुलिस अधीक्षक अमोघ गांवकर के नेतृत्व में सीआयडी अधिकारियों द्वारा इन दोनों मामलों की सघन जांच शुरू की गई. ऐसे में अब अमरावती शहर पुलिस का पूरा ध्यान सीआयडी द्वारा दी जानेवाली रिपोर्ट की ओर लगा हुआ है. वहीं इस मामले में शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह ने पहले ही कुल 5 पुलिस कर्मचारियों को निलंबीत कर दिया है.
बता दें कि, एक नाबालिग लडकी को भगाकर ले जाने के साथ ही उस पर अतिप्रसंग किये जाने के आरोप में फ्रेजरपुरा पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये सागर ठाकरे (24, खंबीत, जि. वर्धा) ने राजापेठ पुलिस थाने के लॉकअप् में दरवाजे के आर्क से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. विगत 19 अगस्त की सुबह 6.30 बजे यह घटना उजागर होते ही सीआयडी ने जांच के सूत्र अपने जिम्मे ले लिये थे. वहीं राजापेठ व फ्रेजरपुरा पुलिस सहित मृतक के परिजनों के बयान दर्ज किये गये थे. साथ ही दोनों पुलिस थानों के सीसीटीवी फुटेज भी जप्त किये गये थे.
राजापेठ पुलिस थाने में घटित मामले की स्याही अभी सूखी ही नहीं थी कि, 23 सितंबर की दोपहर वलगांव पुलिस थाने में 50 वर्षीय अरूण बाबाराव जवंजाल ने थाने के ही एक कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. अरूण जवंजाल को भी एक नाबालिग लडकी के साथ दूराचार किये जाने के आरोप में पुलिस द्वारा पकडा गया था. आत्महत्या का यह मामला भी ‘डेथ इन कस्टडी’ से संबंधित था. ऐसे में घटना के तुरंत बाद सीआयडी के अधीक्षक अमोघ गांवकर व उपअधीक्षक दिप्ती ब्राह्मणे की टीम ने घटनास्थल पहुंचकर संबंधितों के बयान दर्ज किये तथा सीसीटीवी फुटेज जप्त किये. इन दोनों ही मामलों में मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम हेतु अकोला स्थित सरकारी अस्पताल में भिजवाया गया था. साथ ही दोनों ही मामलों में जप्त किये गये सीसीटीवी फुटेज को फॉरेन्सिक जांच हेतु नागपुर भेजा गया था. इन दोनों ही रिपोर्ट के आधार पर सीआयडी द्वारा अपनी जांच की जा रही है और जल्द ही सीआयडी अपनी जांच पूरी कर अपनी रिपोर्ट सौपेंगी. ऐसे में अब शहर पुलिस द्वारा सीआयडी की रिपोर्ट मिलने की प्रतीक्षा की जा रही है.
दोनों मामलों में यह कार्रवाई हुई
इन दोनों मामलों में पुलिस के खिलाफ किसी तरह की कोई शिकायत नहीं की गई है. साथ ही पुलिस पर मारपीट सहित अन्य कोई आरोप भी नहीं है. बल्कि दोनों मामलों में कर्तव्य में कोताही को स्वीकार करते हुए शहर पुलिस द्वारा घटना के समय ड्यूटी पर तैनाात पुलिस कर्मचारियों को निलंबीत कर दिया गया है. साथ ही वलगांव के थानेदार को मुख्यालय से अटैच किया गया. ‘डेथ इन कस्टडी’ की इन दोनों घटनाओं को घटित होने में करीब 5 से 7 मिनट का समय लगा था. इस दौरान पुलिस थाने में तैनात किसी भी पुलिस अधिकारी अथवा कर्मचारी का ध्यान इस ओर नहीं गया. जिसका सीधा मतलब है कि, घटना के समय संबंधित पुलिस थानों में ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों द्वारा अपने काम में लापरवाही की गई. ऐसा प्राथमिक अनुमान पुलिस द्वारा निकाला गया. वहीं इन दोनों मामलों की जांच सीआयडी द्वारा करायी जा रही है. ऐसे में अब सीआयडी की ओर से अपनी रिपोर्ट में क्या निष्कर्ष दिया जाता है, इस ओर सभी का ध्यान लगा हुआ है.