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चिखलदरा के बेलसरे परिवार के 4 सदस्यों की मौत

पंजाब के जालंधर में हुआ भीषण सडक हादसा

* चारों लोगों ने मौके पर ही तोडा दम, 2 घायल
* मृतकों में पिता, बेटा-बहू व डेढ वर्षीय पोती का समावेश
* अपनी कार से वैष्णोदेवी दर्शन के बाद वापिस लौट रहा था परिवार
* पंजाब के जालंधर में हाईवे पर ट्रक ने कार को पीछे से मारी टक्कर
अमरावती/दि.6 – जिले के चिखलदरा तहसील अंतर्गत सोलामुह गांव में रहने वाले बेलसरे परिवार के 6 सदस्य आज सुबह 5.30 बजे के आसपास पंजाब के जालंधर में मकासुदा पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले गांव राववाली के निकट एक भीषण सडक हादसे का शिकार हो गये. इस हादसे में कार में सवार पिता, बेटे-बहू व डेढ वर्षीय पोती की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं इस हादसे में एक पति-पत्नी बुरी तरह घायल हुए. यह हादसा उस समय हुआ, जब अपनी निजी हुंडई आई-10 कार क्रमांक एमएच-27/बीवी-4628 में सवार होकर वैष्णोदेवी की यात्रा पर गया बेलसरे परिवार देवी दर्शन के बाद जालंधर होते हुए अमरावती की ओर वापिस लौट रहा था और जालंधर से कुछ ही दूर आगे मकसुदा थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव राववली के निकट हाईवे पर इस परिवार की कार को पीछे से आ रही तेज रफ्तार इनोवा कार ने जोरदार टक्कर मारी. जिसके चलते बेलसरे परिवार की कार अनियंत्रित होकर सडक किनारे स्थित पेड से जा टकराई और इस कार के परखच्चे उड गये. जिसकी वजह से कार में सवार गानू बेलसरे (58), उनके बेटे लोकेश गानू बेलसरे (34), बहू अनिसा लोकेश बेलसरे (25) व डेढ वर्षीय पोती संगीता लोकेश बेलसरे की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं कार में सवार शिवराम कास्देकर (52) व सरस्वती कास्देकर (46, नया खेडा, अचलपुर) नामक पति-पत्नी बुरी तरह घायल हुए. इस खबर के मिलते ही चिखलदरा से करीब 24 किमी की दूरी पर पहाडी क्षेत्र में बसे सोलामुह गांव में शोक की लहर व्याप्त हो गई है. जहां पर सूचना मिलते ही क्षेत्र के विधायक राजकुमार पटेल भी बेलसरे परिवार के सदस्यों को सांत्वना देने के लिए पहुंचे.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक विगत 1 मई को सोलामुह गांव में रहने वाले गानू बेलसरे अपने बेटे लोकेश, बहू अनिशा व डेढ वर्षीय पोती संगीता सहित बीएसएफ में कार्यरत रहने वाले अपने दूसरे बेटे मंगेश तथा अचलपुर में रहने वाले अपने रिश्तेदार सरस्वती एवं शिवराम कास्देकर के साथ अपनी निजी हुंडई आई-10 कार में सवार होकर वैष्णोदेवी दर्शन हेतु अपने गांव से रवाना हुए थे. पश्चात वैष्णोदेवी की दर्शन यात्रा पूरी करने के उपरान्त यह सभी लोग जम्मू से निकलकर पंजाब राज्य के जालंधर पहुंचे. जहां पर बीएसएफ में कार्यरत रहने वाला मंगेश बेलसरे पदस्थ है. ऐसे में परिवार के सदस्यों ने मंगेश बेलसरे को जालंधर स्थित बीएसएफ कैम्प में छोडा और अन्य सभी लोग वापिस अपने घर आने हेतु वापसी की यात्रा पर रवाना हुए. परंतु जालंधर से निकलकर यह कार जैसे ही हाईवे पर कुछ ही दूर आगे बढी, तभी पीछे से आ रही एक तेज रफ्तार इनोवा ने बेलसरे परिवार की कार को जोरदार टक्कर मार दी. पीछे से अचानक लगी इस टक्कर की वजह से बेलसरे परिवार की कार का संतुलन बिगड गया और वह कार अनियंत्रित होकर सडक किनारे स्थित पेड से जा टकराई. यह टक्कर इतनी भीषण थी कि, कार में सवार सभी 6 लोग बुरी तरह से घायल हो गये, जिनमें से बेलसरे परिवार के 4 सदस्यों ने मौके पर ही दम तोड दिया. थाना मकसुदा के एसएचओ बिक्रम सिंह ने भी अपने थाना क्षेत्र अंतर्गत सडक हादसे में 4 लोगों की मौत होने की पुष्टि की है और बताया कि, मारे गये सभी व्यक्ति एक ही परिवार के सदस्य थे. वहीं हादसे में घायल अन्य दो सदस्यों के बयान दर्ज कर लिये गये.

* 3 से 4 घंटे तक घटनास्थल पर ही पडे रहे शव
दैनिक अमरावती मंडल को अपने सूत्रों के जरिए जानकारी के मुताबिक जिस स्थान पर यह हादसा घटित हुआ, वह हाईवे रहने की वजह से वहां पर यद्यपि वाहनों की अच्छी खासी आवाजाही थी. लेकिन दुर्घटनाग्रस्त वाहन को देखने के बावजूद भी वहां पर कोई भी नहीं रुक रहा था. जिसकी वजह से कार में सवार सभी घायल लोग अगले करीब 3 से 4 घंटे तक वहीं पर पडे रहे. इस दौरान समय पर कोई भी सहायता या चिकित्सा नहीं मिलने के चलते कार में सवार 6 में से 4 लोगों की मौत हो गई. वहीं इसके बाद सूचना मिलने पर हाईवे पुलिस सहित जालंधर पुलिस का दल मौके पर पहुंचा और घटनास्थल का पंचनामा करते हुए चारों शवों को पोस्टमार्टम हेतु भिजवाने के साथ ही अन्य दोनों घायलों को इलाज हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया. जिनके द्वारा दी गई जानकारी तथा कार एवं मृतकों के पास से बरामद हुए दस्तावेजों के आधार पर उनकी शिनाख्त करने के साथ ही चिखलदरा तहसील के सोलामुह गांव में रहने वाले बेलसरे परिवार के अन्य सदस्यों को इसकी सूचना दी गई. जिसके बाद बेलसरे परिवार के सदस्यों सहित सोलामुह गांव के कुछ लोग तुरंत ही जालंधर हेतु रवाना हुए.
* जालंधर में ड्यूटी रहने के चलते बच गई मंगेश की जान
विशेष उल्लेखनीय है कि, विगत 1 मई को सोलामुह गांव से वैष्णोदेवी दर्शन हेतु रवाना हुए बेलसरे परिवार की मारुती सुझुकी कार में कुल 7 लोग सवार थे. जिनमें गानू बेलसरे के दूसरे बेटे मंगेश बेलसरे का भी समावेश था. चूंकि मंगेश बेलसरे बीएसएफ में कार्यरत रहने के साथ ही इस समय जालंधर में पदस्थ है और उसकी छुट्टियां भी खत्म हो रही थी. ऐसे में परिवार के साथ समय बिताने और वैष्णोदेवी की यात्रा करने के उपरान्त मंगेश बेलसरे ने वापसी के समय जालंधर में ही रुक जाने का पहले से ही नियोजन किया था. जिसके चलते वैष्णोदेवी से अमरावती वापिस आते समय बेलसरे परिवार अपनी मारोती सुझुकी कार के जरिए जालंधर पहुंचा. जहां पर मंगेश बेलसरे को बीएसएफ कैम्प पर छोडने के बाद यह परिवार अमरावती आने हेतु अपनी अगली यात्रा पर रवाना हो गया. लेकिन कुछ ही देर बाद कार में सवार बेलसरे परिवार के चारों सदस्य सडक हादसे का शिकार होकर मारे गये. वहीं हादसे से कुछ समय पहले ही जालंधर में कार से उतरकर अपनी ड्यूटी हेतु रुक जाने के चलते मंगेश बेलसरे की जान बच गई. हालांकि कुछ ही देर बाद मंगेश बेलसरे को भी अपने परिवार के साथ हुए हादसे की खबर मिल गई थी और थोडी देर पहले ही हंसते-खेलते परिवार को आगे की यात्रा हेतु विदा करने वाले मंगेश बेलसरे के लिए यह खबर किसी झटके से कम नहीं थी.
* विधायक पटेल पहुंचे सोलामुह गांव
इधर मेलघाट निर्वाचन क्षेत्र के विधायक राजकुमार पटेल ने जैसे ही चिखलदरा तहसील के दुर्गम आदिवासी गांव में रहने वाले बेलसरे परिवार के साथ जालंधर में घटित हुए हादसे की जानकारी मिली, वैसे ही वे सोलामुह गांव पहुंचे और उन्होंने वहां पर रहने वाले बेलसरे परिवार के अन्य सदस्यों का ढांढस बंधाते हुए उन्हें सांत्वना दी. साथ ही मोबाइल के जरिए जालंधर के प्रशासन एवं पुलिस विभाग से संपर्क करते हुए चारों शवों को वहां से वापिस चिखलदरा तहसील स्थित सोलामुह गांव लाने हेतु आवश्यक व्यवस्था की ओर भी ध्यान दिया. समाचार लिखे जाने तक जालंधर जिला शवागार में बेलसरे परिवार के चारों सदस्यों के शवों का पोस्टमार्टम हो चुका था तथा चारों शवों को वापिस लाने की तैयारी चल रही थी.

* बदनापुर की शाला में सहायक शिक्षक थे लोकेश बेलसरे
मिली जानकारी के मुताबिक अपने पिता, पत्नी व डेढ वर्षीय बच्ची के साथ सडक हादसे का शिकार हुए सोलामुह गांव निवासी लोकेश गानू बेलसरे बदनापुर स्थित किसनराव उभाड विद्यालय में सहायक शिक्षक पद पर कार्यरत थे. चूंकि विगत 1 मई को ही शाला में परीक्षा परीणाम घोषित होने के साथ ही गर्मी की छुट्टियां खत्म हुई. इस दौरान बीएसएफ में कार्यरत रहने वाला उनका भाई नीलेश बेलसरे भी गांव आया हुआ था. जिसकी छुट्टियां एक हफ्ते में खत्म होने वाली थी और उसे अपनी ड्यूटी पर जालंधर वापिस लौटना था. ऐसे में लोकेश बेलसरे ने परिवार सहित वैष्णोदेवी यात्रा का नियोजन किया. जिसके तहत तय किया गया कि, वैष्णोदेवी यात्रा के बाद पूरा परिवार मंगेश बेलसरे को जालंधर में छोडते हुए अमरावती वापिस लौटेगा. जालंधर तक तो इस परिवार की यात्रा बेहद सुखद रही, लेकिन इसके बाद नियती को कुछ और ही मंजूर था. क्योंकि जालंधर से निकलते ही बेलसरे परिवार की कार भीषण हादसे का शिकार हो गई और परिवार के 4 सदस्यों की मौके पर ही मौत हो गई.

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