अमरावती/दि.८ – पिछले ५ माह में कोरोना के चलते कई ऐसी तस्वीर देखने को मिली, जिससे रोंगटे खडे हो जाते है. कोरोना काल में मौत का मंजर काफी भयानक है. घातक वायरस ने कई जिंदगी को तबाह किया. यह सिलसिला अभी भी जारी है. जिले में अब तक कोरोना मृतकों में ५० से अधिक आयु के लोग सर्वाधिक देखे जा रहे थे. परंतु सोमवार को कोरोना के चलते पहली मासूम की मौत होने से चिंता दोगुनी हो गई है.
सोमवार को ५ बाधित मरीजों की मृत्यु हुई. अब तक के कोरोना से मृत्यु ग्राफ पर नजर डाली जाए तो शहर में ४ अप्रैल को सबसे पहला पॉजिटिव मरीज पाया गया था. जिसकी दो दिन पूर्व अस्पताल में मृत्यु हुई थी. मृत्यु पश्चात ऐसे कई किस्से गुजरे ५ माह में देखने को मिले है, जो इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गए. कई बार मृत्यु के पश्चात एक झलक भी देखना मुनासिब नहीं हुआ. सोमवार को गौतमनगर निवासी १५ वर्षीय बालिका की कोरोना के चलते मृत्यु होने से स्वास्थ्य विभाग में हडकंप मचा. जिले में यह पहली कोरोना के चलते मासूम की मौत थी. परिवार को इस बात पर यकीन ही नहीं हुआ, वह आरोप करते रहे, लेकिन जब सारी बात खुलकर बतायी तो माता-पिता द्बारा दिखे सारे सपनों पर पानी फिर गया. जिले में रोजाना संक्रमित मरीजों में २० फीसदी बालकों का समावेश है. जिनकी उम्र १५ वर्ष से कम बतायी गयी है. यह संक्रमण परिवार पर हावी होने के चलते बालकों पर भी इसका गहरा असर पडने लगा है. ऐसे में माता-पिता को अब खुद की सुरक्षा के साथ उन मासूम बालकों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढने लगी है.