अमरावती/ दि.6 – तीन में से दो छोटी बालिकाओं की तबीयत अचानक खराब होने के कारण मां दोनों को मंगलवार की सुबह स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ले गई. वहां डॉक्टर ने जांच के बाद एक को मृत घोषित किया और दूसरी पर प्राथमिक इलाज के बाद नागपुर रेफर किया. मगर उसकी भी रास्ते में मौत हो गई. दोनों बहनों की मोैत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ. फिर भी उनकी मौत किसी दुर्घटना से होने का संदेह किया जा रहा है. इस बात पर पुलिस ने भी जोर दिया.
साक्षी फुलसिंग मिना (6) व राधिका फुलसिंग मिना (3) यह मरने वाली दोनों बहनों का नाम है. साक्षी व राधिका उसकी मां माधुरी फुलसिंग मिना यह मूल बरबटेकडी तहसील कोंढा, जिला बारा, राजस्थान की निवासी है. पाटन सावंगी में उसका मायका है. माधुरी का फुलसिंग के साथ 11 वर्ष पूर्व विवाह हुआ. उसे साक्षी, राधिका समेत 9 वर्षीय पूनम नामक बडी लडकी है. माधुरी के पिता का निधन होने के कारण वे तीनों लडकी को लेकर सावनेर तहसील के पाटसावंगी आये थे. मां गंगाबाई भैय्याजी काले के यहां दो माह पूर्व रहने आयी थी.
साक्षी व राधिका की तबीयत खराब होने के कारण उसकी मां दोनों को इलाज के लिए सुबह 7 बजे स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई. स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. स्नेहा कापटे ने जांच के बाद राधिका को मृत घोषित किया और साक्षी का प्राथमिक इलाज कर नागपुर शहर के मेओ अस्पताल रेफर किया, परंतु गांव से 2 किलोमिटर दूर जाते तक रास्ते में ही साक्षी की मौत हो गई. उसे नागपुर ले जाने की जगह वापस घर लाया. दोनों की एक ही वक्त मौत होने के कारण अलग-अलग तर्क लगाए जा रहे है. उपविभागीय पुलिस अधिकारी अजय चांदखेड, थानेदार मारूती मुलूक, सहायक पुलिस निरीक्षक निशांत फुलेकर, दिलीप नागवे ने मृत परिवार से मुलाकात की. घर का मुआयना कर वहां की जानकारी हासिल की.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
राधिका की मौत उसे अस्पताल ले जाने से करीब 3 घंटे पहले हो जाने की जानकारी डॉक्टर ने दी और साक्षी की मौत सुबह 7.30 बजे हुई. दोनों को भोजन से विषबाधा होने की संभावना व्यक्त की गई. पूनम माधुरी और गंगाबाई का भी स्वास्थ्य कुछ खराब महसूस हो रहा था. उनके शरीर पर मारने या सांप जैसे प्राणी के कांटने के निशान भी नहीं है, इसलिए उनकी मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट होगा. सहायक पुलिस निरीक्षक निशांत फुलेकर ने ऐसी जानकारी दी.