अमरावती

तीन दिन ब्रेक लगा रहा कोरोना से होनेवाली मौतों पर

नये संक्रमितों की संख्या में भी आ रही कमी

  • कोविडमुक्त होने के मामले बढे, जिले ने ली राहत

अमरावती/दि.४ – जिले में अगस्त व सितंबर माह में कोरोना संक्रमण की रफ्तार में बेतहाशा वृध्दि हुई थी और सितंबर माह में रोजाना ढाई सौ से तीन सौ कोरोना संक्रमित मरीज मिलना आम बात हो गयी थी. साथ ही आये दिन किसी न किसी कोरोना संक्रमित मरीज की मौत भी हो रही थी, लेकिन अक्तूबर माह में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार कमी आती देखी गयी. यह सिलसिला जारी नवंबर माह में भी बरकरार है. वहीं सबसे बडी राहतवाली बात यह है कि, विगत शनिवार से सोमवार तक तीन दिनों के दौरान जिले में कोरोना संक्रमण की वजह से एक भी मौत नहीं हुई. ऐसे में इन ७२ घंटोें को जिले के लिहाज से काफी दिलासादायक माना जा सकता है. इसके बाद मंगलवार को एक कोरोना संक्रमित की मौत होने की जानकारी सामने आयी. इसके साथ ही जिले में अब तक कोरोना संक्रमण की वजह से मरनेवालों की संख्या ३६५ पर जा पहुंची है.
बता दें कि, अमरावती जिले में कोरोना का सबसे पहला संक्रमित मरीज अमरावती के हाथीपूरा परिसर में विगत ४ अप्रैल को पाया गया था. जिसकी पॉजीटिव रिपोर्ट आने से पहले ही ३ अप्रैल को मौत हो गयी थी. यहां से शुरू हुआ संक्रमण का सिलसिला आगे चलकर १६ हजार ४३१ की संख्या पर जा पहुंचा. साथ ही इस दौरान ३६५ मरीजों की मौत भी हुई. यह कुल संक्रमितों की तुलना में २.२० प्रतिशत है. वहीं शुरूआती दौर में हॉटस्पॉटवाले इलाकों में होम डेथ के कई मामले सामने आने की वजह से अप्रैल माह के दौरान जिले में कोरोना की वजह से होनेवाली मौतों का प्रमाण ८ प्रतिशत के आसपास था. उस समय कोरोना की बीमारी को लेकर फैली गलतफहमियों की वजह से लोगबाग इलाज कराने हेतु आगे नहीं आ रहे थे. जिसके परिणाम कुछ लोगों के लिए बेहद घातक भी रहे, लेकिन इसके पश्चात स्वास्थ्य विभाग के सर्वेक्षण व उपाययोजनाओं के चलते मृत्यु दर को नियंत्रित करने के सतत प्रयास किये गये, जो सफल भी रहे.
कोरोना संक्रमण का सबसे बडा विस्फोट सितंबर माह में हुआ. जब एक माह के भीतर ७ हजार ५५९ नये संक्रमित मरीज पाये गये, वहीं इस एक माह में १५२ मरीजों की मौत हुई. पश्चात अक्तूबर बार में प्रोटोकॉल के अनुसार सैम्पल लेने की शुरूआत किये जाने के बाद टेस्टिंग की संख्या भी कम है और मौतों के मामले भी घटे, लेकिन फिर भी आये दिन किसी न किसी मरीज की मौत जरूर हो रही थी. लेकिन अब विगत ३० अक्तूबर से लगातार ७२ घंटे तक मौत के मामलों पर भी ब्रेक लगा रहा. जिसकी वजह से जिले को काफी हद तक राहत मिलती दिखाई दी. वहीं इन तीन दिनों के बाद मंगलवार को तलवेल निवासी एक ५७ वर्षीय व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गयी.

सितंबर में ७५६० व अक्तूबर मे २७४५ मरीज मिले

  • – कोरोना का संक्रमण बढने पर सितंबर माह में सर्वाधिक ७५६० मरीज पाये गये. इस महिने में रोजाना पाये जानेवाले मरीजों का औसत २५५ रहा.
  • – अक्तूबर माह में २७४५ मरीज पाये गये. इस महिने में रोजाना पाये जानेवाली मरीजों का औसत ८८.५४ रहा.
  • – जिले में अब रिकवरी रेट भी ९४.२० प्रतिशत के साथ अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है.
  • – २ नवंबर तक १५४१४ मरीजों को इलाज के बाद कोविड अस्पतालों से डिस्चार्ज दिया गया.
  • – सबसे राहतवाली बात यह है कि जिले में अब डबलिंग रेट २३४ दिनों पर जा पहुंचा है. जिसका सीधा मतलब है कि, अब कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलने की रफ्तार लगभग दम तोड चुकी है.

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