-
शहर में चहुंओर रहा कडा पुलिस बंदोबस्त
अमरावती/दि.7 – गत रोज सोमवार 6 दिसंबर को जहां एक ओर भारतरत्न डॉ. बाबासाहब आंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में शहर के इर्विन चौराहे सहित विभिन्न इलाकों में श्रध्दांजलि व आदरांजलि के कार्यक्रम आयोजीत किये गये थे, जिसके मद्देनजर भीडभाड को टालने और यातायात को सुचारू बनाये रखने हेतु पुलिस महकमे द्वारा पूरे शहर में कडा बंदोबस्त तैनात किया गया था. वहीं 6 दिसंबर को दो अलग-अलग समुदायों द्वारा प्रतिवर्ष मनाये जानेवाले शौर्य दिवस एवं काला दिवस को ध्यान में रखते हुए रविवार की रात से ही शहर के सभी इलाकों में पुलिस बंदोबस्त एवं फिक्स पॉइंट ड्यूटी तैनात कर दिये गये थे. जिसके चलते 6 दिसंबर पूरी तरह शांतिपूर्ण तरीके से बीता. साथ ही इसके लिए सतर्कतापूर्ण ढंग से नियोजन करने के साथ ही शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह ने खुद भी रविवार की देर रात ऑनरोड उतरकर पूरे शहर में लगाये गये पुलिस बंदोबस्त का जायजा लिया और जगह-जगह पर बंदोबस्त में तैनात पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को आवश्यक दिशानिर्देश देते हुए उनका हौसला भी बढाया.
बता दें कि, पिछले महिने ही 12 व 13 नवंबर को अमरावती शहर में पैदा हुए तनावपूर्ण व दंगा सदृश्य हालात के मद्देनजर पुलिस काफी अधिक सतर्क है और शहर में कानून व व्यवस्था की स्थिति बरकरार रहने हेतु पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह खुद अपने मार्गदर्शन में लगातार बैठकें लेते हुए आवश्यक नियोजन कर रही है. इसी बीच 6 दिसंबर की तारीख आ गई, जब भारतरत्न डॉ. बाबासाहब आंबेडकर का महापरिनिर्वाण दिवस बडी धुमधाम से मनाया जाता है. वहीं इस दिन कुछ हिंदुत्ववादी संगठनों द्वारा शौर्य दिवस तथा मुस्लिम समुदाय की ओर से काला दिवस भी मनाया जाता है. इस बात के मद्देनजर रविवार की रात से ही समूचे शहर में कडा पुलिस बंदोबस्त तैनात किया गया. जिसमें शहर पुलिस आयुक्तालय के वरिष्ठाधिकारियों सहित 126 पुलिस अधिकारी व 1 हजार 426 पुलिस कर्मचारी बंदोबस्त में तैनात किये गये. साथ ही करीब 500 से अधिक पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों का दल बाहर से भी बुलाया गया. इस दौरान खुद पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह ने देर रात पूरे शहर का दौरा करते हुए जगह-जगह लगाये बंदोबस्त का जायजा लिया एवं कानून व व्यवस्था की स्थिति को बनाये रखने हेतु आवश्यक दिशानिर्देश भी जारी किये. सीपी डॉ. आरती सिंह द्वारा किये गये सतर्कता पूर्ण नियोजन के चलते शहर में चहुंओर शांति बनी रही और 6 दिसंबर का दिन शांतिपूर्ण तरीके से बीता.