अमरावतीमहाराष्ट्र

राज्य के पांच अभयारण्यों का अभ्यास करने का निर्णय

विदर्भ के तीन स्थानों का समावेश

* केंद्र की टीम विदर्भ पहुंची

यवतमाल/दि.3– केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र के पांच अभयारण्यों की जांच व बाघों का अभ्यास करने का निर्णय लिया है. राज्य के अभयारण्यों की स्थिति और उपाय योजना के तहत केंद्र सरकार ने यह निर्णय लिया है. इसके अंतर्गत केंद्र सरकार की टीम विदर्भ में पहुंची है. यह टीम यवतमाल जिले के टिपेश्वर अभयारण्य की जांच करेंगी. देशभर के व्याघ्र प्रकल्प और अभयारण्यों की वास्तविकता जानने के लिए केंद्र सरकार के पर्यावरण व वन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी बाघों की जांच और उन जंगलों का संपूर्ण अभ्यास कर मूल्यांकन व जांच करते है. इसके बाद यह टीम केंद्र सरकार को रिपोर्ट पेश करती है. इस रिपोर्ट के माध्यम से जांच टीम ने कुछ सुधार अथवा बदल सुझाने पर केंद्र सरकार आवश्यक निर्देश संबंधित राज्य सरकार को देती है. केंद्र सरकार की टीम द्वारा यवतमाल के टिपेश्वर, सिंधुदुर्ग के सागरेश्वर, नागपुर के उमरेड-कर्‍हांडला, चंद्रपुर के इसापुर और नाशिक के यावल इन पांच अभयारण्यों की जांच की जाएगी. इनमें से तीन अभयारण्य विदर्भ के है.

* क्या जांचेंगी टीम?

आसाम राज्य के प्रधान मुख्य वनसंरक्षक (वनबल प्रमुख) निरंजन कुमार वसू, वन्यजीव संरक्षण संस्था व पुनर्वसन के सहसंचालक डॉ.रथीन बर्मन के नेतृत्व में कुल पांच लोगों की टीम अभयारण्य में बाघ, तेंदुओं की संख्या, तृणभक्षक प्राणियों की स्थिति, कृत्रिम व नैसर्गिक पोखर व तालाव, जमीन का प्रकार, घास की प्रजाति, वृक्ष घनता, पर्यटन की व्यवस्था, आधुनिक उपकरण, वनकर्मचारियों की संख्या, वाहनों की आपूर्ति, आगजनी की घटना, बाघों की मृत्यु, सरकारी आंकडेवारी, बाघों का आयुमान, शावकों की संख्या, अभयारण्य की विस्तारित सीमा आदि का अभ्यास यह टीम करेंगी. इसके बाद यह टीम केंद्र सरकार के वन व पर्यावरण मंत्रालय को रिपोर्ट पेश करेंगी. इसके उपरांत अभयारण्य को मूल्यांकन अंक मिलेंगे.

Related Articles

Back to top button