अमरावती

आध्ाुनिकता के कलेवर के साथ ग्राहकों को मोबाइल बैंकिंग सेवा देने का निर्णय

ग्राहक सम्मेलन वरिष्ठ संचालक बाबासाहेब पाठक का कथन, अकोला अर्बन की सेवा का शुभांरभ

अमरावती/दि. ४– आधुनिकता का कलेवर के साथ अब अकोला अर्बन बैंक ने ग्राहकों को मोबाइल बैंकिंग सेवा देने का निर्णय लिया है. यह सेवा ग्राहकों को एक क्लिक पर जानकारी उपलब्ध करवाने तथा उन्हें अपडेट करने का एक बेहतरीन साधन साबित होगी, यह बात दि अकोला अर्बन को-ऑप बैंक लि. के वरिष्ठ संचालक बाबासाहेब पाठक ने कही. उन्होंने बताया कि, रिजर्व बैंक के दिशा-निर्देश अनुसार दि अकोला अर्बन को ऑप बैंक लि. का पंजीयन, विस्तार व विकास हो रहा है. बैंक ने अब तक २९ से अधिक शाखाओं की स्थापना के साथ शाखा विस्तार को प्राथमिकता दी है. ग्लोबलाइजेशन की इस दुनिया में समय के साथ सेवाओं का विस्तार होना आवश्यक है. राजापेठ पुलिस थाने के पीछे स्थित होटल ग्रेस इन में मंगलवार ३ जनवरी को संचालक मंडल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी शाखा विकास समिति व शाखाधिकारी तथा दि अकोला अर्बन को ऑप बैंक लि. अकोला के संयुक्त तत्वावधान में मोबाइल बैंकिंग सुविधा का शुभारंभ तथा ग्राहक सम्मेलन का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में बैंक के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी हेमंत वर्हाडपांडे, उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी एन.आर.माहोरे, जयस्तंभ शाखा के प्रमुख सुनील देशपांडे, राजापेठ शाखा प्रमुख उमेश काशीकर आदि से उपस्थित थे. कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्वलन तथा प्रतिमा पूजन से की गई. बाबासाहेब पाठक ने कहा कि, नए साल में नए पर्व की शुरूआत की जा रही है. नए साल में मोबाइल बैंकिंग सेवा की शुरूआत की जाए, यह मानस था. जिसे पूरा किया जा रहा है. इसके तहत एक दिन ११ स्थानों पर एक साथ यह कार्यक्रम लिया गया. यह सभी के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. परिवर्तन की इस श्रृंखला में एक नया कदम है. ९० के दशक में हम ग्लोबलाइजेशन अर्थात वैश्वीकरण की कई बातों को सुना करते थे. जिसमें कमशिर्र्लाइजेशन, प्राइवेटाइजेशन, मॉडर्नाइजेशन, न्यूट्रिलाइजेशन जैसे विषयों का समावेश रहा. जिसे धीरे-धीरे अपनाते हुए हम ग्लोबल होने लगे है. प्रस्तावना जयस्तंभ शाखा के व्यवस्थापक सुनील देशपांडे ने रखी. साथ ही इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्पष्ट किया. कार्यक्रम का संचालन अजित लोणकर ने किया. आभार प्रियंका अग्रवाल ने माना. अतिथियों का परिचय श्रीपाद इखे ने दिया. कार्यक्रम में कैलाश ककरानिया, मंगेश पोकले, किशोर माहुरे, प्रशांत डांगे, रवींद्र भुसारी, हेमंत गोरले, अलका नावंदर, कैलाश मोता, प्रवीण मालपानी, योगेश भुसारी, अमित मेहरे, चेतन श्रीवास, श्रीकांत तिखीले, समीर काले, संजय गोसावी, आरती सरनायक, पुष्पा गभणे, प्रदीप साबु, अनूप साहू, भालचंद्र म्हाला, वर्षा चांडक, भारती हाडे, भारती हेडाऊ, कोकिला काटोलकर, राजेश अग्रवाल, सुजीत खंडेलवाल, कंचन पाठक, वर्षा गोसावी, सुनील धामेचा, मनोहर शरदकर, भावना पसारकर, प्रशांत मोता, विनय भोरे, जयेश ठक्कर, वेदांत चौबे, सतीश काले, चंद्रशेखर भोंदू, संदीप सावंत, सुरेश जाजू, दीपक सोमैया, प्रमोद भारतीय, राजा नानवानी, संतोष कासट, ललितचंद सांगाणी, अमोल राठी, देविश मुंधडा, विद्या देशपांडे, नवीन लखोटिया, नरेंद्र दुवानी, सुशील सारडा, विजय देशपांडे, किशोर केडिया, अशोक कुकरेजा, आशीष बखाडे, गजानन पेडकर, राजेन पाटिल, एम. एस. मंत्री, महेश अडवानी, घनश्याम नावंदर, चिंतन ठक्कर, नारायण लाहोटी, देवेश भांगडिया, नितिन देशपांडे, सुरेंद्र सुरेन, अभिषेक हेडाऊ, के. जी.चिखलकर, एम. डी. देशपांडे, ओ. के. बाहेती, अक्षय येडतकर, नितिन पानट, सुरेश बत्रा, संजय महल्ले, चंद्र्रकांत पोपट, शांति आहूजा, प्रभू आहूजा, नितिन अग्रवाल, योगेश पिठेकर, पी. एम. निमदेवकर, मोहित चौधरी, अनिल राठी, प्रदीप पवार, डॉ. राजेंद्र करवा, नंदलाल खत्री, मनोहर दीक्षित, सीताराम खंडेलवाल, पुष्कर जाजू, शिवाजी देशमुख के साथ बड़ी संख्या में ग्राहक उपस्थित थे.

‘बिना सहकार नहीं संस्कार’
अकोला बैंक का एक ही नारा है. ‘बिना सहकार नहीं संस्कार’ इसी ब्रीद के साथ बैंक निरंतर कार्य कर रही है. इस बैंक की उपलब्धि को कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है. आने वाले समय में उन उपलब्धियों के माध्यम से हम और ऊंचाइयों को छू पाएंंगे, यह विश्वास बाबासाहेब पाठक ने व्यक्त किया.

स्लाइड शो के माध्यम से ब्यौरा प्रस्तुत
कार्यक्रम में सचिन पारधी ने स्लाइड शो के माध्यम से संपूर्ण ब्यौरा प्रस्तुत कर उपस्थित ग्राहकों को मोबाइल बैंकिंग सुविधा तथा एप की विस्तृत जानकारी देकर उनके फंक्शन को किस प्रकार इस्तेमाल करना है इस बारे में विस्तार से जानकारी दी.वहीं उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी एन. आर. माहोरे ने अकोला बैंक द्वारा दिए जाने वाले होम लोन, वाहन कर्ज, सुवर्ण तारण कर्ज, संपत्ति कर्ज, सोलर पैनल कर्ज, हायपोथीकेशन, कैश क्रेडिट मर्यादा जैसी विविध योजनाओं की जानकारी दी.

 

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