
तिवसा/दि.6- बारिश में विलंब होने से किसानों के हाथ में आई फसल अब खतरें में है. इधर बिजली वितरण कंपनी किसानों के साथ सौतला व्यवहार कर रही है. फसल की उपज 50 प्रतिशत तक कम होने की संभावना है. किसानों ने बुआई पर लगाई लागत भी वसूल होगी या नहीं ऐसी आशंका सता रही है. उदरनिर्वाह किसके भरोसे चलाएं, यह समस्या किसानों के सामने खडी है. इसलिए अमरावती जिले को अकालग्रस्त घोषत करे, ऐसी मांग प्रहार ने तहसीलदार के मार्फत राज्य के मुख्यमंत्री से की है. बारिश के अभाव में सोयाबीन की फसल का हाल दिखाने के लिए सूखे हुए सोयाबीन के पौधे ज्ञापन के साथ दिखाए गए हैं.
ज्ञापन सौपते समय प्रहार के संजय देशमुख, योगेश लोखंडे, बाला देशमुख, मनोज कालमेघ, राहुल अंबुलकर, नरेंद्र काकडे, विजय सपाटे, अभि दलाल, आशीष साबले, स्वप्नील वानखडे, रोशन खोब्रागडे, योगेश भुसारी, अंकुश राउत, विलास उमप, जहीर शेख, बादल पालेकर, सुरेंद्र भिवगडे सहित सैकडों किसान उपस्थित थे.