अंजनगांव सुर्जी/प्रतिनिधि दि.२९ – नाभिक समाज की सभी संगठनाओं व्दारा बार-बार निवेदन दिये जाने के बावजूद भी सरकार व्दारा नाभिक समाज को न्याय नहीं मिला है. समाज में 99 प्रतिशत लोग सलून व्यवसाय पर अवलंबित हैं. संपूर्ण परिवार एक ही व्यक्ति पर अवलंबित रहता है.
कोरोना लॉकडाउन के कारण दूकान बंद रहने से उनका काम, व्यवसाय पूरी तरह से बंद है. ऐसे में दूकान का किराया, बिजली बिल, बैंक के हफ्ते कैसे चुकाये व घर खर्च कैसे चलाया जाये ऐसी चिंता सलून व्यवसायियों को सता रही है. जिसके चलते सरकार से नाभिक समाज को अत्यावश्यक सेवा में समाविष्ट कर आर्थिक पैकेज घोषित करने की मांग सलून व्यवसायी अतुल निबोकार,सतीश राजनकर, अतुल कन्हेरकर, अंकुश पलसकर व्दारा की गई है.