अमरावती/दि.9 – जिले में कोरोना संसर्ग का उद्रेक देख पहली से आठवीं के विद्यार्थियों का अंतर्गत मूल्यांकन कर नतीजे घोषित होने चाहिए, इस तरह की मांग प्राथमिक शिक्षक समिति ने मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे से की है. मांग का निवेदन उन्हें भेजा गया है.
मार्च 2020 से कोरोना का आतंक शुरु है. बीच में कोरोना का प्रादुर्भाव कम होते समय ही शाला, महाविद्यालय शुरु करने का जिला प्रशासन ने निर्णय लिया. किंतु कोरोना विषाणू का बढता प्रादुर्भाव देख स्थानीय स्थिति की समीक्षा कर शाला व कनिष्ठ महाविद्यालय फिर बंद करने की गंभीर स्थिति निर्माण हुई है. अनेक विद्यार्थी और शिक्षक कोरोना ग्रस्त हुए है. जिससे विद्यार्थियों का स्वास्थ्य व शैक्षणिक हित ध्यान में रखकर शैक्षणिक वर्ष 2020-21 के कक्षा पहली से आठवीं के लडकों का अंतर्गत मूल्यांकन कर प्राप्त अंकों के आधार पर विद्यार्थियों का मूल्यांकन करना चाहिए और शैक्षणिक वर्ष 2020-21 के नतीजे घोषित करने चाहिए. साथ ही आगामी शैक्षणिक वर्ष जून 2021 से शुरु करना चाहिए, इस तरह की मांग निवेदन में की गई है.
कोरोना का बढता प्रादुर्भाव ध्यान में रखकर प्रत्यक्ष शाला शुरु होने तक कर्मचारियों को वर्क फार्म होम तत्व पर ऑनलाइन अध्यापन व शालेय कामकाज करने की अनुमति मिलनी चाहिए, इस तरह की मांग का निवेदन प्राथमिक शिक्षक समिति के जिलाध्यक्ष गोकुलदास राउत, संभाजी रेवाले, मनीष काले, राजेश सावरकर, महिला मोर्चा प्रमुख सरिता काठोले, योगिता जिरापुरे, सुषमा वानखडे, भावना ठाकरे, प्रविणा कोल्हे आदि ने दिया है.