दीपावली के बाद अब डायट पर दिया जा रहा ध्यान
परिवार को महिने में सव्वा तीन किलो तेल की आवश्यकता
अमरावती/दि.15 – दीपावली के दौरान अलग-अलग मीठे, नमकीन पदार्थ बनाने के लिए तेल का उपयोग बढने से डिमांड के अनुसार तेल के भाव भी बढ गए थे, लेकिन अब मांग कम होने से तेलों के दाम प्रति किलो 20 रुपए से कम हो गए हैैंं. इसलिए तेल का ज्यादा उपयोग कर अपनी सेहत नहीं बिघाडे, इसके बजाय हल्के फुल्के पदार्थों पर ज्यादा जोर दिया जाए. जिससे शरीर का डाय कोलेस्ट्रॉल बाहर निकलने में मदद होगी.
बीते वर्ष सोयाबीन का उत्पादन अल्प प्रमाण में होने से तेल के दरें 160 से 165 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गए थे. अन्य तेलों की तुलना में सोयाबीन का तेल सस्ता रहने से आम नागरिक सोयाबीन तेल का उपयोग करते है और आगे भी इसका उपयोग बढने की संभावना है.
खाद्य तेलों की दरें दीपावली के दौरान आसमान छू रहे थे. इसलिए आम नागरिकों को दीपावली का त्यौहार खुशी-खुशी मनाने का मौका मिले इसके लिए केंद्र सरकार ने आयात शुल्क में कटौती की. जिससे फिलहाल खाद्य तेलों की कीमतें 20 से 25 रुपयों से कम हुई हैं.
सर्वाधिक डिमांड सोयाबीन की
सोयाबीन का तेल अन्य तेल की तुलना में सस्ता होने से अधिकांश नागरिक सोयाबीन तेल का उपयोग करते है. इसके अलावा दिया बाती, पूजा में भी इसी तेल का उपयोग किया जाता है. अन्य तेलों की तुलना में सोयाबीन तेल का उपयोग सर्वाधिक किया जाता है.
पांच लोगों के परिवार ने कितना तेल का उपयोग करना चाहिए
शरीर के पचन क्रिया में तेल काफी महत्वपूर्ण होता है. इसलिए कम से कम 600 मिली लीटर तेल महिने भर में एक व्यक्ति ने खाना चाहिए. सोयाबीन का तेल यह रिफाइन होने से इससे ट्रान्स फैक्ट रक्त धमनियों के भीतर जाकर अटकते है. इससे डाय कोलेस्ट्रॉल बढकर रक्त धमनियां ब्लॉक होती है. सोयाबीन के बजाय अन्य तेलों का भी खाने में उपयोग करना चाहिए. सब्जियों का भोजन में ज्यादा उपयोग किया जाए, जिससे रक्त धमनियों का डाय कोलेस्ट्रॉल बाहर निकालने में मदद होती है, यह जानकारी आहार विशेषज्ञ कविता देशमुख ने दी है.
तेल के दर प्रतिकिलो
अभी के दीपावली
सोयाबीन 140 165
मुंगफल्ली 180 210
पाम तेल 135 145
सूरजमुखी तेल 155 170
सूर्यफुल 240 290