अमरावती

नायगांव में टेस्टिंग, ट्रेसिंग, आइसोलेशन व एकजूटता से कोरोना को हराया

दो बच्चों का पालकत्व भी स्वीकारा

धामणगांव रेलवे/प्रतिनिधि दि.११ – तहसील के वर्धा नदी के तट पर स्थित नायगांव पूरी तरह से कोरोना मुक्त हो चुका है. टेस्टिंग, ट्रेसिंग, आइसोलेशन व एकजूटता से ग्रामवासियों ने कोरोना की जंग जीती है.
यहां बता दे कि नायगांव की जनसंख्या 844 हेै, लेकिन यहां पर भी कोरोना ने अपने तेवर दिखाने श्ाुरु किये थे. बीते वर्ष गांव में केवल 3 संक्रमित मिले थे, लेकिन इस बार गांव में 70 कोरोना पॉजिटीव मरीज पाये गए थे. जिससे ग्रामवासियों में भय का माहौल निर्माण हो गया. कुछ लोगों ने अपने आप को अस्पताल में भर्ती कराया, तो कुछ होम आइसोलेट हुए. वहीं ग्रामपंचायत प्रशासन ने भी कोरोना को गांव से दूर करने के लिए कमर कस ली. सरपंच अंजली बोंदाले, उपसरपंच उमेश सिसोदे, ग्रामपंचायत सदस्य सुनील खडसे, मोरेश्वर आमझरे, मनीषा गायकवाड, लता शेलार, ज्योत्स्ना आत्राम सहित कोरोना नियंत्रण समिति सदस्य, ग्रामवासियों ने मिलजूलकर गांव को कोरोना मुक्त करने में सफलता हासिल कर ली. नियमित गांव में दवाईयों का छिडकाव जारी रखा. टेस्टिंग, ट्रेसिंग, आइसोलेशन पर जोर दिया गया. गिने चुने मरीज पाये जाने से ग्रामपंचायत, ग्रामवासी, आपदा प्रबंधन समिति ने एकजूट होकर विविध उपाय योजनाएं चलायी. जिससे गांव कोरोना मुक्त होने में मदत मिली. सरकार के निर्देशों के अनुसार समय समय पर गांव के सभी परिवारों ने स्वास्थ्य कर्मचारियों की मदद से जांच की. बुखार, सर्दी, खांसी और थकान के लक्षण रहने वाले लोगों की टेस्ट कराकर उनकों सख्ती से आइसोलेट किया गया. इसके अलावा कोरोना का संक्रमण न हो, इसके लिए जनजागृति की गई. संचारबंदी लागू होने के बाद गांव में कोरोना का प्रसार न हो, इसके लिए गांवबंद उपक्रम भी चलाया गया.

  • नायगांव ग्रामपंचायत ने स्वीकार किया दो बच्चों का पालकत्व

कोरोना के चलते नायगांव में अशोक महात्मे का आकस्मिक निधन हो गया. घर के मुख्य व्यक्ति की मृत्यु हो जाने से परिवार पर दुख का पहाड पड गया है. परिवार को सहारा मिल सके इसलिए 3 साल की बेटी युगा व डेढ साल के बेटे मल्हार का पालकत्व ग्रामपंचायत ने स्वीकार किया. इन दोनों का शैक्षणिक खर्च भी ग्रामपंचायत करेगी.
– सुरज सिसोदे, पूर्व उपसरपंच नायगांव

  • 35 गांव हुए कोरोना मुक्त

तहसील में कोरोना का संकट निर्माण हो गया था, लेकिन यह संकट धीरे-धीरे कम होते जा रहा है. तहसील के 35 गांव कोरोना मुक्त हो चुके है. वहीं तहसील के ग्रामीण इलाकों में बीते 14 दिनों से एक भी कोरोना संक्रमित मरीज पाया नहीं गया है. इसके अलावा अब अनेक गांव स्वयंस्फूर्ति से कोरोना मुक्त गांव बनाने का प्रयास कर रहे है.

  • संक्रमण अभी भी टला नहीं

तहसील के जो गांव कोरोना मुक्त हो चुके है, वहां रहने वाले नागरिकों ने बेफिक्र नहीं होना चाहिए. कोरोना का संक्रमण अभी भी टला नहीं है. ग्रामीणों ने प्रशासन की सूचनाओं का पालन कर कोरोना रोकने के लिए सहयोग करना चाहिए.
– डॉ.हर्षल क्षीरसागर, तहसील स्वास्थ्य अधिकारी, धामणगांव रेलवे

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