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जिला शल्य चिकित्सक Dr. Shyamsunder Nikam ने कहा
अमरावती/दि.20 – इन दिनों सर्दी, खासी, बुखार तथा लोगों को सांस लेने में भी दिक्कतें आ रही है. कोरोना जांच करवाने की बजाए लोग अन्य मंहगी जांच करवाए रहे है. लक्षण समझ में आते ही कोरोना जांच करवाए इसमें देरी किए जाने पर जान को खतरा हो सकता है ऐसी सलाह जिला शल्य चिकित्सक डॉ. श्यामसुंंदर निकम ने दी. इस संदर्भ में जानकारी देते हुए डॉ. निकम ने बताया कि कई निजी अस्पतालों द्बारा अपने यहां भर्ती होने वाले मरीजों को एचआरसीटी स्कैन जैसी मंहगी जांच करवाने के लिए कहा जाता है जबकि सबसे पहले कोविड की जांच करवानी चाहिए.
अक्सर कई मरीज कोविड जांच करने के लिए तैयार नहीं होते. डॉ. निकम ने आगे बताया कि यह दोनो ही स्थितियां गलत है. क्योंकि यदि मरीज में कोरोना के लक्षण या संक्रमण है तो जांच में होने वाली देरी उस मरीज के लिए खतरनाक साबित हो सकती है ऐसे में सदी, खांसी व बुखार जैसे लक्षण होने पर सबसे पहले कोविड की जांच करवानी चाहिए ताकि यदि रिपोर्ट पॉजीटिव आती है तो संबंधित मरीज को जल्द से जल्द आयसोलेट कर उसका उपचार शुरु किया जा सकता है.
सीएस डॉ. निकम के मुताबिक इस तरह से ही कोरोना वायरस के संक्रमण की चेन को तोडा जा सकता है. इसके साथ ही डॉ. निकम ने जानकारी देते हुए कहा कि अमरावती शहर सहित जिले की सभी तहसीलों मे कोरोना प्रतिबंधात्मक वैक्सीन के टीकाकरण की सुविधाएं उपलब्ध करवायी गई है जिसमें सभी टीकाकरण का लाभ लें. इसके अलावा सभी मास्क,सैनिटाइजर का इस्तेमाल करे, सामाजिक दूरी बनाए रखे तथा त्रिसूत्री नियमों का भी कडाई से पालन करे और सुरक्षित रहे ऐसी अपील नागरिकों से डॉ. श्यामसुंंदर निकम ने की.