फायर ऑडिट के बाद भी एनओसी मिलने में हो रहा विलंब
मनपा के अग्निशमन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालियां निशान
अमरावती प्रतिनिधि/दि.12 – मनुष्यबल का अभाव और काम करने की धीमी गति की वजह से इस समय मनपा के अग्निशमन विभाग में 100 से अधिक ना-हरकत प्रमाणपत्र आवेदन धुल खाते हुए पडे है. जिसकी वजह से शहर के व्यवसायियों को जबर्दस्त मनस्ताप सहन करना पड रहा है.
उल्लेखनीय हैं कि मनपा के अग्निशमन विभाग में स्थायी रूप से अधिक्षक की नियुक्ती नहीं हुई है और यहां पर प्रभारी के भरोसे काम चल रहा है. जिसका परिणाम इस विभाग की कार्यक्षमता पर देखा जा रहा है. वर्ष 2020 के प्रारंभ में फायर ऑडिट की एनओसी का मामला जबर्दस्त गरमाया हुआ था. जिसमें अधिक्षक के फर्जी हस्ताक्षरोंवाले एनओसी वितरित किये गये थे. जिसके बाद मनपा आयुक्त ने तत्कालीन प्रभारी अधिक्षक को तुरंत ही निलंबित कर दिया था. वहीं अब जानकारी है कि, अग्निशमन विभाग में करीब 168 एनओसी के आवेदन प्रलंबित है. जिस पर अब तक किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
जानकारी के मुताबिक शहर के अनेकों व्यापारियों, निजी संस्थाओं, रिहायशी संकुलों व सोसायटियों में फायर ऑडिट पूर्ण करते हुए एनओसी के लिए आवेदन किया है. लेकिन अग्निशमन विभाग ने इन आवेदनों के संदर्भ में किसी भी तरह की प्रक्रिया को पूर्ण नहीं किया है. इसमें से अनेकों आवेदन तो विगत छह माह से धुल खा रहे है. अग्निशमन विभाग से एनओसी नहीं मिलने की वजह से कई होटल संचालकोें व खाद्यपेय वस्तुओं के उत्पादकों को अन्न व औषधी प्रशासन की ओर से भी एनओसी प्राप्त नही हुई है. जिसकी वजह से उन्हें अपना व्यवसाय शुरू करने में कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड रहा है. इस तरह के करीब 23 आवेदकों की फाईल अग्निशमन विभाग में धुल खा रही है. वहीं दूसरी ओर अग्निशमन विभाग का कहना है कि, इस समय विभाग में कई महत्वपूर्ण पद रिक्त पडे है. जिसकी वजह से विभाग में कामकाज बुरी तरह से गडबडाया हुआ है.
कुछ एनओसी प्रलंबित है, लेकिन किसी भी संस्था या व्यवसायी को एनओसी देने से पहले हमें अपनी जांच प्रक्रिया पूर्ण करनी होती है. यह प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद ही हम एनओसी देते है. पूरी जांच पडताल करने के बाद ही एनओसी दिये जाने की नीति की वजह से इस काम में कुछ विलंब हो जाता है.
– अजय पेंढारीकर
प्रभारी अधीक्षक
अग्निशमन विभाग, मनपा