अमरावतीमहाराष्ट्र

मनपा चुनाव में विलंब होने से इच्छुकों की बढी बेचैनी

स्थानीय स्तर पर आत्मनिर्भरता का नारा किया जा रहा बुलंद

अमरावती/दि.28-महानगरपालिका चुनाव को लेकर विभिन्न पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी है, लेकिन जैसे-जैसे चुनाव आगे बढ रहा है, वैसे-वैसे दावेदारों में बेचैनी बढ गई है. आत्मनिर्भरता के नारे के साथ शिवसेना ठाकरे गुट ने तैयारी शुरू कर दी है. बीजेपी ने बैठक शुरू कर दोबारा सत्ता बनाने का ऐलान कर दिया है. हालांकि, कांग्रेस में अभी ज्यादा हलचल नहीं है. राकांपा अजित पवार गुट ने तैयारी शुरू कर दी है. हालांकि, यह वरिष्ठ स्तर पर तय किया जाएगा कि स्थानीय स्वराज्य निकाय का चुनाव एक साथ लडना है या अकेले. स्थानीय स्तर पर शिवसेना ठाकरे समूह और भाजपा ने आत्मनिर्भरता का नारा बुलंद किया है.
* अजित पवार गुट का निर्णय खोडके के पास
मनपा चुनाव महायुति से या अपने दम पर? यह निर्णय समय के साथ लिया जाएगा. राकांपा के अजित अजित पवार गुट का नेतृत्व विधायक सुलभा खोडके और पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके कर रहे हैं. ये फैसला खोडके दंपत्ति पर निर्भर करता है. विधानसभा में उन्हें बीजेपी का समर्थन मिल गया है. इस पृष्ठभूमि में वे क्या निर्णय लेते हैं, यह बहुत महत्वपूर्ण है. पिछले पांच साल में इस पार्टी का एक भी नगरसेवक सदन में नहीं था.
शिरडी में आयोजित पार्टी के शिविर के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं का उत्साह चरम पर है. मौजूदा हालात में सदस्य पंजीकरण पर जोर दे रही बीजेपी ने मनपा चुनाव के लिए उम्मीदवारों का चयन शुरू कर दिया है. भले ही मनपा के अमरावती और बडनेरा निर्वाचन क्षेत्रों में भाजपा का विधायक नहीं होने पर भी महापालिका फिर से सत्ता हासिल करना है, इस विचार से काम से लगने का मंत्र विदर्भ संगठक रामदास आंबटकर ने भाजपा के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को दिया. लेकिन इन चुनावों में पार्टी के भीतर नेतृत्व को लेकर प्रतिस्पर्धा की तस्वीर दिख रही है.
बीजेपी का प्राथमिक सदस्यता पंजीयन चल रहा है. इसके बाद सक्रिय सदस्यों का पंजीकरण किया जाएगा. स्थानीय निकाय चुनाव के लिए अधिक से अधिक सदस्य पंजीकरण पर जोर दिया गया है. रुचि रखने वालों के लिए सदस्यता पंजीयन का लक्ष्य दिया गया है. कहा जा रहा है कि जो ज्यादा पंजीयन कराएंगे उन्हें उम्मीदवारी के लिए विचार किया जाएगा.
हाल ही में शिवसेना के ठाकरे गुट की नई जिला कार्यकारिणी की घोषणा की गई. मनपा के पूर्व विपक्ष नेता प्रवीण हरमकर को इस चुनाव की जिम्मेदारी दी गई है. बताया जा रहा है कि उम्मीदवारों का चयन और रणनीति उन्हीं के नेतृत्व में होगी. राज्य में ठाकरे गुट महाविकास आघाडी में शामिल है. स्थानीय निकाय चुनाव में उनके साथ रहने को लेकर संभावना है. कांग्रेस और राकांपा के शरद पवार गुट ने अभी तक इस चुनाव के लिए कोई कदम नहीं उठाया है.

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