पूर्व मंत्री अनिल बोंडे को गिरफ्तार करने की मांग
तिवसा तहसील के कई सामाजिक कार्यकर्ता पहुंचे कलेक्ट्रेट

* गट विकास अधिकारी को मारने की धमकी देने का किया गया निषेध
अमरावती/दि.2- गत रोज भाजपा नेता व पूर्व कृषि मंत्री डॉ. अनिल बोंडे ने तिवसा के गटविकास अधिकारी डॉ. चेतन जाधव को उनके कार्यालय में जाकर मारने की खुलेआम धमकी दी गई थी. जिसका निषेध करते हुए तिवसा के कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस असंवैधानिक बयान के लिए डॉ. अनिल बोंडे को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की है और इस संदर्भ में जिलाधीश पवनीत कौर को एक निवेदन भी सौंपा गया है.
इस ज्ञापन में कहा गया कि, बीडीओ डॉ. चेतन जाधव कर्तव्यदक्ष एवं स्वच्छ प्रतिमावाले अधिकारी है और कुछ कर्मचारियों द्वारा काम में अनियमितता किये जाने के चलते उन्होंने उन कर्मचारियों के निलंबन का प्रस्ताव उपजिलाधीश के पास भेजा था. जिसके आधार पर उपजिलाधीश द्वारा नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई गई, लेकिन इसके बाद से एक विशिष्ट लॉबी ने राजनेताओं के साथ मिलीभगत करते हुए डॉ. चेतन जाधव पर भ्रष्टाचार के झूठ-मूट आरोप लगाने शुरू कर दिये. वहीं अब एक दिन पहले ही जिलाधीश कार्यालय के सामने भाजपा द्वारा किये गये आंदोलन में पूर्व कृषि मंत्री डॉ. अनिल बोंडे ने तिवसा के गट विकास अधिकारी को कार्यालय में आकर मारने की खुलेआम धमकी दी. ज्ञापन में कहा गया कि, तिवसा तहसील में भाजपा से संबंध रखनेवाले कई ठेकेदार है और यहां पर भाजपा नेताओं की मर्जी के मुताबिक काम नहीं हो रहा. जिसकी वजह से भाजपा नेताओं द्वारा गटविकास अधिकारी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाये जा रहे है.
सामाजिक कार्यकर्ताओं के इस समूह ने कहा कि, डॉ. चेतन जाधव विगत डेढ वर्ष से गटविकास अधिकारी के तौर पर तिवसा पंचायत समिती में कार्यरत है और इस दौरान उनके काम को लेकर सामान्य जनता की एक भी शिकायत नहीं है. किंतु अब जानबूझकर उन्हें बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है. ज्ञापन सौंपते समय तिवसा के सामाजिक कार्यकर्ता सागर भवते, संदेश मेश्राम, विकास तुरकाने, विलास चव्हाण, राजकुमार इंगले, प्रमोद राउत, सुरेंद्र चक्रे, निखिल वानखडे, संदेश मेश्राम, प्रमोद राउत, योगेश रामटेके व संदीप बारमासे आदि उपस्थित थे.