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दोषियों पर एट्रॉसिटी और निलंबन की मांग

विधायक पटेल तमतमाए, कहा भडक उठेगा मेलघाट

* मामला आदिवासी युवक को सलाख से चटके देने का
* दो आरोपियों को रविवार तक पीसीआर
धारणी/दि.26 – अकोट वन्यजीव कर्मचारियों की आदिवासी युवक पर आतताई कार्रवाई से मेलघाट के विधायक राजकुमार पटेल भडक गये. उन्होंने सीधे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से इस मामले में दोषि अफसर और कर्मचारियों पर एट्रॉसिटी एक्ट के साथ जान लेने की कोशिश की धारा 307 तथा तत्काल निलंबन की कार्रवाई करने की मांग की. इस बीच पुलिस ने वन विभाग के 2 कर्मचारियों को मामले में अरेस्ट किया. जिन्हें 2 दिनों का कस्टडी रिमांड में रखने के निर्देश न्यायाधिश चौगुले ने दिये हैं.
* क्या हैं मामला
अकोट वन्यजीव क्षेत्र के गश्ती दल ने धुलघाट रेल्वे में तालाब से मछलियां पकडने के जूर्म मेंं अंकुश मावस्कर, आनंद कास्देकर और पप्पु चव्हाण (तीनों धुलघाट रेल्वे निवासी) को पकडा. जिसमें से अंकुश मावस्कर पर जुल्म ढाते हुए लोहे की सलाख से उसके शरीर पर चटके दिये. घायल मावस्कर को प्राथमिक उपचार के बाद धुलघाट रेल्वे से धारणी उपजिला अस्पताल रेफर किया गया. जहां उसकी हालत स्थिर बनी हुई है. हाथ, पैर और शरीर के अन्य भाग पर गहरे जख्म है.
* गुस्साएं विधायक
मेलघाट के विधायक राजकुमार पटेल ने उक्त घटना पर तीव्र रोष प्रकट कर सीधे मुख्यमंत्री शिंदे को 2 पन्नों का पत्र भेजा. पत्र में घटना की विस्तुत जानकारी देते हुए वान परिक्षेत्र के अधिकारी लोखंडे तथा कर्मचारी मोरे के नामों का उल्लेख कर उनके अधिनस्थों पर कडी कार्रवाई की मांग भी विधायक पटेल ने की है.
* पटेल के गंभीर आरोप
राजकुमार पटेल ने सीएम से की शिकायत में वन अधिकारी लोखंडे और कर्मचारी मोरे तथा अन्य कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाये. उसी प्रकार कहा कि, बाघ प्रकल्प के अधिकारी और कर्मचारी यहां के आदिवासी लोगों के साथ हमेशा बुरा बर्ताव करते है. आतताई कार्रवाई करते है. पद का दुरुपयोग कर स्थानीय लोगों को सताते है, उनका शोषण करते है. पटेल ने यह भी कहा कि, अंकुश गोरेलाल मावस्कर पर अमानवीय अत्याचार किया गया है. इससे पहले भी अकोट तहसील में बैल लेकर जा रहे किसान पर अत्याचार किया गया था. उस किसान की कुएं में गिरने से मौत हो जाने का मामला ताजा ही था. पटेल ने आरोप लगाया कि, बाघ प्रकल्प के कार्यकलापों के कारण मेलघाट विधानसभा क्षेत्र के जनमानस में जबर्दस्त असंतोष फैल गया है. जिसकी कीमत किसी दिन अधिकारी और कर्मचारियों को चुकानी पडने की नौबत आ सकती है. पटेल ने लोखंडे, मोरे और अन्य अधिकारियों के खिलाफ भादवि धारा 307 और एट्रॉसिटी एक्ट नुसार अपराध दर्ज करने तथा उन्हें गिरफ्तार करने की मांग उठाई है, ऐसा न होने पर भविष्य में मेलघाट में होने वाली सभी अप्रिय और शासन विरोधी घटनाओं की जबाबदारी शासन-प्रशासन की रहने की चेतावनी भी दी गई है.
* दो आरोपी कस्टडी में
इस बीच ताजा जानकारी के अनुसार अंकुश मावस्कर को लोहे की छड से दागने के मामले में दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया. उन्हें न्यायाधीश चौगुले के सामने पेश किया गया. अदालत ने रविवार 28 अगस्त तक पीसीआर में रखने के हुक्म दिये है. सरकारी वकील एड. गोविंद विचोरे ने पैरवी की. आरोपियों का पक्ष एड. परवेज अहमद द्बारा रखे जाने की जानकारी है.

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