अमरावतीमहाराष्ट्र

ड्रैगन फ्रुट-सुपर फ्रुट की मांग बढ़ी

सफेद पेशी को बढ़ाने में करता है मदद

अमरावती /दि.7– उष्णकटिबंधीय ड्रैगन फ्रुट नामक विदेशी फल की भारत सहित विविध राज्यो सहित अब महाराष्ट्र में भी मांग बढ़ी है. डेंगू, मलेरिया, पीलिया जैसी बिमारीयों में यह फल कारगर है. यह सफेद पेशियों को बढ़ाने में मदद करता है. इसे खाने की सलाह डॉक्टर भी देते है और यह स्वास्थ्य के लिए लाभदायी है.
फ्रुट में एन्टी ऑक्सीडंट, फायबर और विटामीन – सी का प्रमाण अधिक रहने की वजह से रोग प्रतिकार शक्ति बढ़ने में मदद होती है. इसमें लोहा का भी प्रमाण अधिक है. जिसकी वजह से रक्त की कमतरता नहीं होती. इस फल में विटामीन-सी होने की वजह से सर्दी, खांसी भी ठिक हो जाती है. इसे खाने से मधुमेह व हार्टअटैक का खतरा कम रहता है. विटामीन-सी होने से त्वचा और स्वास्थ्य के लिए लाभदायी है. यह फल अनेक बिमारीयों से दूर रखता है और इसे खाने के अनेको फायदे है.

* ड्रैगन फ्रुट सफेद पेशी बढ़ाने में करता है मदद
यह फल संसर्गजन्य बिमारीयों में सउेद पेशी को बढ़ाने में मदद करता है. डॉक्टर भी इसे खाने की सलाह देते है.

* अनेक रोगो पर कारगर
ड्रैगन फ्रुट अनेक रोगो पर कारगर है. जिनके शरीर में सफेद पेशी की कमी हो, इसे खाने से सफेद पेशी बढ़ जाती है. इसे खआने की सलाह आहार तज्ञ भी देते है.

* कैल्शीयम, फास्फरस, विटामीन-8 से युक्त
विटामीन-सी रोग प्रतिकार शक्ति बढ़ाने में मदद करता है. जिसकी वजह से सर्दी, खांसी जल्द ही ठिक होने में यह मदद करता है. ड्रैगन फ्रुट में कैल्शीयम, फास्फरस और विटामीन-8 भरपूर मात्रा में रहता है.

* वियेतनाम के फल के दाम अधिक
वियेतनाम में ड्रैगन फ्रुट की सर्वाधिक बुआई की जाती है. वहां का मौसम ड्रैगन फ्रुट के लिए अनूकुल है. जिसकी वजह से ड्रैगन फ्रुट की गुणवत्ता होने की वजह से इस फल के दाम अधिक है.

* लोकल फलो की गुणवत्ता व दाम भी कम
ड्रैगन फ्रुट के उत्पादन के लिए महाराष्ट्र में पोषक वातावरण नहीं है, ऐसा कहा जाता है. जिसकी वजह से इसका उत्पादन भी कम ही है. लोकल फलो की गुणवत्ता व दाम भी कम है.

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