कच्ची घानी के खाद्यतेल की मांग बढी
फल्ली, सनफ्लॉवर व तिल्ली के तेल की ओर ग्राहक आकर्षित
अमरावती /दि.2– इन दिनों बाजार में कई कंपनियों के रिफाइंड तेल आ रहे है. विविध प्रकार के विज्ञापन कर इन तेल की ओर ग्राहकों को आकर्षित किया जाता है. लेकिन पिछले कुल साल से केमिकलयुक्त रहने वाले इस तेल के कारण कोलेस्ट्रॉल बढना, वात व घुटनों के दर्द की शिकायतें बढ रही है. इसलिए केमिकल रहित कच्ची घानी से निकाले गए खाद्यतेल को ग्राहक पसंद कर रहे है. ग्रामीण क्षेत्र में कच्ची घानी का फिरसे महत्व बढ रहा है. पारंपरिक पद्धति से लकडी की घानी द्वारा सभी प्रकार के खाद्यतेल निकाले जाते थे. यह खाद्यतेल सभी लोग खाने में इस्तेमाल करते थे. किंतु धीरे-धीरे लकडी की घानी विलुप्त हुई. अब मशीन द्वारा तेल निकाले जाने लगा. खाद्यतेल की बढती मांग के कारण बडी-बडी कंपनियां बाजार में आई. रिफाइंड तेल निर्मिती कर बेचने लगी. बदलते आहार-विहार के कारण स्वास्थ्य की समस्या निर्माण हो गई. ऐसे तेल के कारण शरीर में कोलेस्ट्रॉल का प्रमाण बढ रहा है. इसे कम करने के लिए अब कच्ची घानी के तेल के इस्तेमाल की ओर मांग बढ गई है.