अतिवृष्टि से हुए नुकसान हेतु २१४.३६ करोड रूपयों के अनुदान की मांग
जून से अगस्त माह के लिए जिला प्रशासन ने पेश किया प्रस्ताव
अमरावती/दि.२१ – जिले में जून से अगस्त माह के दौरान अतिवृष्टि व बाढ की वजह से फसलों एवं फलबागानों को हुए नुकसान का पंचनामा करते हुए नुकसान भरपाई हेतु २१४ करोड ३६ लाख ९२ हजार २५० रूपये के अनुदान की मांग का प्रस्ताव जिला प्रशासन द्वारा सरकार को भेजा गया है.
बता दें कि, जून से अगस्त माह के दौरान अतिवृष्टि एवं बाढ की वजह से फलबागानों सहित खेतों में खडी फसलों का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ था. ऐसे में प्रभावित किसानों के खेतों व बागानों में जल्द से जल्द पंचनामे के नुकसान की रिपोर्ट तैयार करने और प्रभावित किसानों को मुआवजा प्रदान करने के निर्देश राज्य की महिला व बाल विकास मंत्री तथा जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने जारी किया था. साथ ही जिलाधीश शैलेश नवाल ने भी इस संदर्भ में तहसीलनिहाय समीक्षा की थी और इस कालावधी के दौरान हुए नुकसान का राजस्व एवं कृषि विभाग द्वारा पंचनामा किया गया. जिसके अनुसार इस कालावधी के दौरान जिले में अतिवृष्टि व बाढ की वजह से २ लाख ९१ हजार ५८४ हेक्टर ९७ आर क्षेत्र प्रभावित पाया गया. जिसमें २ लाख ७७ हजार १७० कृषि क्षेत्र, ११७.६२ बागान क्षेत्र व १४ हजार २९७ फलों के कृषि क्षेत्र का समावेश है. साथ ही कुल प्रभावित किसानों की संख्या ३ लाख २२ हजार ५९६ है, जिन्हें नुकसान भरपाई देने हेतु २१४ करोड ३६ लाख ९२ हजार २५० रूपये के अनुदान की मांग की गई है.
कहां कितना नुकसान
अमरावती तहसील के २९ हजार १२३ हेक्टेयर में सोयाबीन, २२ हेक्टेयर में उडद व ११ हेक्टेयर में मूंग ऐसे कुल २९ हजार २१२ हेक्टेयर कृषि क्षेत्र में फसले बर्बाद हुई है. वहीं भातकुली तहसील में सोयाबीन २० हजार ५८८ हेक्टेयर, तुअर २०.६६ हेक्टेयर, उडद ५८४ हेक्टेयर, कपास ७०.२ हेक्टेयर, मूंग ४०० हेक्टेयर, कुल २१ हजार ६३३ हेक्टेयर, तिवसा तहसील में सोयाबीन २० हजार ११० हेक्टेयर, उडद १६ हेक्टेयर, मूंग ११.८० हेक्टेयर कुल २० हजार १३७ हेक्टेयर, चांदूर रेलवे तहसील में सोयाबीन २० हजार ४६१ हेक्टेयर, उडद ३१.७० हेक्टेयर, मूंग १८६.४० हेक्टेयर, कुल २० हजार ६७९ हेक्टेयर, धामणगांव रेलवे तहसील में सोयाबीन २० हजार ८२५, नांदगांव खंडेश्वर तहसील में सोयाबीन ३५ हजार २६९ हेक्टेयर, कपास ३ हजार ५७० हेक्टेयर, उडद २१५ हेक्टेयर, मूंग २८८ हेक्टेयर, कुल २९ हजार ४९२ हेक्टेयर, मोर्शी में सोयाबीन १७ हजार ८६२ हेक्टेयर, कपास १२.९९ हेक्टेयर, मक्का १४.८ हेक्टेयर, उडद ५२ हेक्टेयर, मूंग २३ हेक्टेयर, कुल १७ हजार ९६५, वरूड में सोयाबीन ३ हजार १९ हेक्टेयर, कपास ५ हजार १५२ हेक्टेयर, ज्वार १ हजार ७५३ हेक्टेयर, तुअर १ हजार ५५८ हेक्टेयर, मक्का १ हजार ४१७ हेक्टेयर, उडद ५.०५ हेक्टेयर, मूंग १.०० हेक्टेयर, कुल १२ हजार ९०७ हेक्टेयर, दर्यापुर में सोयाबीन ५ हजार ७७९ हेक्टेयर, उडद २ हजार २३१ हेक्टेयर, मूंग १३ हजार ७३७ हेक्टेयर, कुल २१ हजार ७४७ हेक्टेयर, अंजनगांव सूर्जी में सोयाबीन १५ हजार २४८, कपास १ हजार ४९४ हेक्टेयर, उडद १ हजार ४२० हेक्टेयर, मूंग १ हजार ४२ हेक्टेयर, कुल १९ हजार २०६ हेक्टेयर, अचलपुर तहसील में सोयाबीन १० हजार ९४९ हेक्टेयर, उडद ९२.८८ हेक्टेयर, मूंग १७.९७ हेक्टेयर, कुल ११ हजार ६० हेक्टेयर, चांदूर बाजार में सोयाबीन १६ हजार १०१ हेक्टेयर, उडद ७६ हेक्टेयर, मूंग ७ हेक्टेयर, कुल १६ हजार १ ८४ हेक्टेयर, धारणी में सोयाबीन ६ हजार ६११ हेक्टेयर, कपास २८.५६ हेक्टेयर, ज्वारी ८७३ हेक्टेयर, मक्का ३७६ हेक्टेयर, धान ३ हजार ८१८ हेक्टेयर, उडद २२.५ हेक्टेयर, कुल ११ हजार ७२९ हेक्टेयर, चिखलदरा में सोयाबीन ९ हजार ३८२ हेक्टेयर, उडद ३.५७ हेक्टेयर, मूंग २.७२ हेक्टेयर, कुल ९ हजार ३८८ हेक्टेयर क्षेत्र की फसले बर्बाद हुई है.
अंजनगांव सुर्जी में केले का सर्वाधिक नुकसान
अंजनगांव सुर्जी के ११३ हेक्टेयर क्षेत्र में केले, १.४५ हेक्टेयर क्षेत्र में साग-सब्जी व २.५५ हेक्टेयर क्षेत्र में गन्ना ऐसे कुल ११७.६२ हेक्टेयर क्षेत्र में अतिवृष्टि व बाढ की वजह से काफी नुकसान हुआ है.
संतरे व मोसंबी का भी काफी नुकसान
हुवार्षिक फलों की श्रेणी के तहत वरूड तहसील के १४ हजार ६२ हेक्टेयर क्षेत्र में संतरे, मोर्शी तहसील के १९९.५० हेक्टेयर क्षेत्र में मोसंबी तथा नांदगांव खंडेश्वर के ३५ हेक्टेयर क्षेत्र में संतरे की फसल का नुकसान हुआ है. उपरोक्त आंकडों के अलावा अतिवृष्टि व बाढ में बह जानेवाली कृषि भुमि के संदर्भ में स्वतंत्र तौर पर जानकारी उपलब्ध करायी गयी है, ताकि प्रभावित किसानों को नुकसान भरपाई का मुआवजा प्राप्त हो सके.