अमरावती

स्वास्थ्य के लिए लाभदायक रामफल की मांग बढी

धार्मिक महत्व के कारण भी खरीदी में वृध्दि

* दाह, पित्त पर गुणकारी होने के कारण सेवन की सलाह
अमरावती/ दि. 31– रामनवमी पर्व के समय सिताफल श्रेणी का रामफल बाजार में दिखाई देता है. रामनवमी पर श्रीराम के मंदिर में यह फल चढाने का महत्व है. वह स्वास्थ्य वर्धक फल है. जीवनसत्व व एन्टी ऑक्सीडन्ट युक्त रामफल दाह, पित्त, थकावट के लिए बहुत उपयोगी होने के कारण उसके सेवन की सलाह आहार तज्ञ देते है.
सुदृढ व निरोगी स्वास्थ्य के लिए फलों का सेवन करना अच्छा होता है. उसमें कई पोषक तत्व भी होत है. रामनवमी के पहले करीब 1 माहभर पहले से बाजार में रामफल दिखाई देने लगते है. शहर में मेलघाट, चांदूर बाजार, मोर्शी तहसील समेत शहर के समीप गांव से भी रामफल बेचने के लिए लाए जाते है. आरोग्यदायी रहने वाले रामफल की मांग काफी बढ गई है. इसके बाद भी किसान इसका उत्पादन लेने के लिए काफी इच्छूक दिखाई नहीं देते. बेमौसम बारिश का झटका लगने के कारण 100 से 120 रुपए किलो रामफल बेचे जा रहे है.

हाथोहाथ होती है बिक्री
रामनवमी को रामफल का विशेष महत्व है. कई भक्त रामनवमी के दिन रामफल खरीदकर श्रीराम की प्रतिमा के समक्ष अर्पित करते है. कई लोगों को रामफल के सेवन का महत्व पता चलने से इस ओर आकर्षण बढ रहा है. वे रामफल खरीदने के लिए बाजार में पहुंचते है. सिताफल से कुछ बडे, पिले, हरे व केसरी रंग के रहने वाले यह फल हाथोंहाथ बिक जाते है, ऐसी जानकारी विक्रेताओं ने दी.

स्वास्थ्य के लिए लाभदायक
जीवनसत्व अ, क के साथ एन्टी ऑक्सीडन्ट इस रामफल में पाये जाते है. उसका गुदा काफी मिठा होने के साथ ही जल्दी पेट भर जाता है. फिलहाल कडक धुप है. कई लोगों को परेशानिया बढ जाती है. बदलते वातावरण में संतुलन रखकर शरीर को पोषक द्रव्य रामफल से मिलता है. मधुमेह के लिए रामफल उपयुक्त है. बालों की समस्या के लिए भी फायदेमंद है. मौसमी रहने वाले इस फल का हर व्यक्ति ने सेवन करना चाहिए.
– डॉ. उज्वल ढेवले, आहार तज्ञ

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