संघाराम गिरी का नाका तत्काल हटाने की मांग
वंचित बहुजन आघाडी की ओर से मुख्यमंत्री को भेजा गया निवेदन
अमरावती/दि. १७ – चंद्रपुर जिले के बोथली में संघाराम गिरी से आवागमन करने वाले प्रवेश व्दार के पास का नाका तत्काल हटाने की मांग को लेकर आज वंचित बहुजन आघाडी की ओर से जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को निवेदन भेजा गया. निवेदन में बताया गया कि चंद्रपुर जिले के चिमुर तहसील में संघाराम गिरी यह बौध्द अनुयायियों का श्रद्धा स्थान है. रामदेगी यह हिंदूधर्मावलंबियों का श्रद्धा स्थान है. यहां पर बीते ४० से ५० वर्षों से बौध्द धम्म गुरु भ्निखू संघ का आश्रय स्थान है. रामदेगी में सावन महीने के पांच सोमवार पर विशाल यात्रा का आयोजन होता है.
जनवरी माह के ३० व ३१ तारीख को धम्म समारोह कार्यक्रम का आयोजन बोैध्द अनुयायियों की मौजूदगी में मनाया जाता है, लेकिन इस वन विभाग के बफर जोन के वन परिक्षेत्राधिकारियों ने संघाराम गिरी के बौध्द भ्निखू ज्ञानज्योती थेरो तपोवन बौध्द विहार भ्निखू संघ संघाराम गिरी के नाम पर तथा रामदेगी देवस्थान का अतिक्रमण हटाने को लेकर नोटीस भेजे है. निवेदन के जरीये वन विभाग की ओर से दिया गया नोटीस वापस लेने व जगहों का पट्टा देकर दोनों धर्मावलंबियों को राहत देने तथा प्रवेश व्दार के पास का नाका तत्काल हटाने की मांग की गई.
निवेदन सौंपते समय वंचित बहुजन आघाडी के प्रमोद इंगले, बाबाराव गायकवाड, प्रा.चरणदास निकोसे, बालासाहब वाकोडे, चंद्रमणी गणवीर, बबलू रामटेके, गणपत तिडके, जया ढोके, निलकमल बागडे, अहिल्या शेंडे, श्रद्धा आर्याजी, सुनीता बनसोड, बेबी भालचक्र, उध्दव भालचक्र, माया धांडे, सुनीता चव्हाण, ज्योती भेले, वेणु मेश्राम, इंदिरा पांडे, शोभा खडसे, नम्रता मनोहरे, सुनंदा कान्हेकर, संघमित्रा नन्नावरे, इंदू बारसे, मिना गडलिंग, वर्षा वाकोडे, वनीता बनसोड, कविता दिघाडे, भावना मेश्राम, सुरेखा मेश्राम, अलका राउत, नलिनी साठे, देवका मोरे, अहिल्या शेंडे, निलकमल बागडे, बेबी भालचक्र आदि मौजूद थे.