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महापुरुषों की सूची में संभाजी महाराज का समावेश करने की मांग

वढू बुद्रुक स्थित समाधि स्थल को राष्ट्रीय स्मारक का दर्जा मिले

* श्री शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्थान की पत्रवार्ता
अमरावती/दि.1– धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज के बलिदान दिन पर्व पर हिंदवी स्वराज्य के दुसरे महापराक्रमी राजा छत्रपति संभाजी महाराज का नाम शासकीय महापुरुषों के सूची में नहीं रहने पर श्री शिवाजी प्रतिष्ठान हिंदुस्थान ने खेद व्यक्त कर चिंता जाहीर की. इस पर कोई हिंदू आवाज तक नहीं उठा रहा यह दु:खद बात है. छत्रपति शंभू महाराज की तस्वीर रेल्वे स्टेशन पर लगाने मनायी की जाती है. यह छत्रपति संभाजी महाराज का अपमान है. उसी प्रकार किसी भी स्कूल या कॉलेज में संभाजी महाराज की पुण्यतिथि या जयंती कार्यक्रम का आयोजन नहीं होता. इसलिए छत्रपति संभाजी महाराज का नाम शासकीय महापुरुषों की सूची में शामिल करेें, महाराज के समाधि स्थल रहने वाले वढू बुद्रुक की जगह को राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया जाए, यह मांग आज शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्थान के नरेंद्र केवले ने मराठी पत्रकार भवन में आयोजित पत्रवार्ता में की.
छत्रपति संभाजी महाराज ने स्वराज्य व धर्म के लिए 40 दिन तक मृत्यु यातनाएं सही, अपने प्राणों का बलिदान दिया. लेकिन उनके ही महाराष्ट्र में उन्हें ही भूलाया जा रहा है. संभाजी महाराज का नाम शासकीय महापुरुषों के सूची में नहीं शामिल करने के षडयंत्र के तहत तो ऐसा नहीं किया जा रहा है? यह विचार प्रत्येक शिवभक्त करें, महाराज पर बनी फिल्म को अनुमति नकारने वाले आज हमें शिवभक्ति सिखा रहे है, यह समय की मार ही है. महाराज के चरित्र पर कईयों ने उंगलियां उठाई है. लेकिन अब शंभू महाराज का सही इतिहास सामने आ रहा है, तो उस पर प्रतिबंध लग रहे है. यह महाराज की अवहेलना ही है इसे समय पर रोकना होगा. छत्रपति संभाजी महाराज को उनका सम्मान दिलाने का संकल्प इस महामृत्युंजय अमावस्या पर करने की अपील भी शिव प्रतिष्ठान द्बारा की गई. पत्रवार्ता में निशाद जोध, कर्ण धोटे, अक्षय चंदेल, धीरज गुप्ता, आशिष सुंठवाल, कपील सानप, चंदन तीवारी, प्रविण गुल्हाणे, दिपक यलगवार आदि उपस्थित थे.

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