दिव्यांग महिला कर्मचारी को न्याय दिलाने की मांग
अमरावती/दि.26-प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र धुलघाट रेल्वे के कनिष्ठ लिपिक ने स्वास्थ्य सेविका सुनिता मेश्राम का नवंबर 2015 से जुलाई 2016 इस समयावधि का जीपीएफ का शेडयुल अब तक जिलास्तर पर नहीं भिजवाया. इस संबंध में स्वास्थ्य सेविका ने कई बार अवगत कराने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जाने से उन्होंने इस संबंध में महाराष्ट्र राज्य दिव्यांग कर्मचारी संगठन से शिकायत की. स्वास्थ्य सेविका को न्याय दिलाने के लिए संगठन ने जि.प. जिला स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के सामने आज से बेमियादी धरना आंदोलन शुरु किया है. इस संबंध में जिला स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय को पूर्व सूचना दी गई थी. बावजूद इसके अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने पर संगठन स्वास्थ्य सेविका सहित संगठन के पदाधिकारियों ने बेमियादी आंदोलन शुरु किया. संगठन का कहना है कि, दिव्यांग कानून 2016 के तहत दिव्यांगों का पुनर्वास करना, उन्हें सभी सुविधाएं उपलब्ध कराना हर विभाग का प्रथम कर्तव्य है. बावजूद इसके जिला स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई. संबंधित लिपिक पर कार्रवाई की जाए तिाा दिव्यांग कर्मचारी सुनिता मेश्राम को न्याय दिलाने की मांग को लेकर जिला स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के सामने बेमियादी आंदोलन की शुरुआत की गई.