अमरावती

गर्मी में ऊर्जा देने वाले रसीले फलों की मांग

ग्रीष्मकालीन फल व फलों का शरबत गुणकारी

अमरावती/दि.28- धूप की प्रखरता दिन ब दिन बढ़ने से शरीर से बड़े पैमाने पर पसीना निकलता है. जिसके चलते शरीर की ऊर्जा भी कम होने लगती है. थकावट महसूस होती है. ऊर्जा की फिर से प्राप्त करने के लिए मोसंबी, अनार, काले व हरे अंगूर, तरबूज, खरबूज, अनानस व आम यह स्वादिष्ट रसदार फलों की मांग बढ़ने लगी है. डॉक्टरों का कहना है कि इन फलों में बड़े पैमाने पर पानी रहता है. वह शरीर में पानी की आवश्यकता को पूरा करते हैं व शीतलता देते हैं. साथ ही शरीर को ग्लुकोज भी देते है, क्योंकि इन रसीले फलों में ग्लुकोज की मात्रा भरपूर रहती है.
गर्मी के दिनों में शरीर के पानी की कमी को पूरा करने के लिए भरपूर पानी पीने के साथ ही ग्रीष्मकालीन फलों का सेवन, उनका रस लेना आवश्यक है. आवला, नींबू, कोकम, बेल फल का शरबत, कच्ची कैरी का पना लेना चाहिए. जिससे शरीर का पित्त कम होता है. वहीं फायबर का प्रमाण भी अधिक होने के कारण मूत्र व शौच भी साफ होती है. गर्मी के दिनों में शरीर का जतन करना आवश्यक होने के कारण धूप से बचाव के साथ ही आवश्यक घटक लेना भी जरुरी है, वह फलों के रस व उनके सेवन से मिलता है. गन्ने के रस से भी शरीर की काफी प्रमाण में ग्लुकोज मिलता है, जिसके चलते गर्मी के दिनों में गन्ने का रस लेने वालों की भी संख्या काफी बढ़ती है. जगह-जगह पर रसवंती लगाये जाने का चित्र दिखाई देता है.

बदाम ठंडाई व शिकंजी भी गुणकारी
बदाम से भी गर्मी में ठंडाई, शिकंजी, शरबत बनाया जाता है. वहीं गुलाब की पंखुड़ियों से बनाई जाने वाली ठंडाई में बदाम, काजू, खसखस, वाला, गहुला, कचुला, गुलाब की पंखुडियां, खरबूजे के बीज होते हैं. जिससे यह पेय शरीर के लिए ठंडा होता है. साथ ही दूध व फलों से शिकंजी बनाई जाती है.

 

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