अमरावती

जिले मेें बढी सेकंड हैंड कारों की मांग

आधे दाम पर मिल जाती है अच्छी कंडिशन वाली गाडी

अमरावती/दि.4 – वाहन खरीदने के इच्छूक लोगों द्बारा इन दिनों वाहन चलाने के शौक पूरा करने के साथ-साथ पैसे भी बचाने के लिए सेकंड हैंड गाडियां खरीदने पर जोर दिया जाता है. इससे पहले लोगबाग आपसी जान पहचान के आधार पर सेकंड हैंड गाडियां खरीदा और बेचा करते थे. लेकिन धीरे-धीरे सेकंड हैंड गाडियों की खरीदी-विक्री ने एक शानदार व्यवसाय का रुप ले लिया है और शहर सहित जिले में कई स्थानों पर ऑटो डील प्रतिष्ठान खुल गए है. जहां से बडे पैमाने पर दुपहिया व चारपहिया वाहनों सहित माल वाहक वाहनों की भी सेकंड हैंड में अच्छी खासी विक्री होती है. विगत 3 माह के दौरान स्थानीय प्रादेशिक परिवहन कार्यालय में 6832 सेकंड हैंड वाहनों की विक्री व ट्रान्सफर के व्यवहार दर्ज हुए.
यदि शोरुम में नई गाडी खरीदनी हो, तो 5 से 10 लाख रुपए का खर्च होता है. ऐसे में अपने पास पैसे कम रहते समय नई दिखाई देने वाली और अच्छी कंडिशन में रहने वाली सेकंड हैंड गाडियों को खरीदने की ओर लोगों का रुझान होता है. वहीं ऑटो डील में भी इस तरह की गाडियां उपलब्ध होती है. जहां पर बडी संख्या में वाहन खरीदने के इच्छूक पहुंचते है. इन दिनों सेकंड हैंड में कार की मांग सबसे अधिक है.

* रोजाना 10 वाहनों की विक्री
जिले में सेकंड हैंड वाहनों की विक्री करने वाले कई ऑटो डील है. जिसमें से अमरावती शहर में ही ऑटो डील की संख्या 25 के आसपास है. इन सभी स्थानों से रोजाना साधारण तौर पर 10 सेकंड हैंड वाहनों की विक्री होती है. जिससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि, इन दिनों सेकंड हैंड वाहनों को लेकर लोगों का रुझान कितना बढ रहा है.

* 10 जगहों पर लगता है सेकंड हैंड वाहनों का मेला
शहर में बडनेरा रोड, रुख्मिनी नगर, नवाथे चौक व पुराना बायपास रोड आदि स्थानों पर सेकंड हैंड वाहनों के कई विक्रेताओं ने अपनी दुकाने लगा रखी है. जहां पर दुपहिया व चारपहिया सहित मालवाहक वाहन विक्री हेतु उपलब्ध होते है.

* क्यों बढी मांग
इन दिनों कारों की कीमत 10 लाख के आसपास है. जिसे सर्वसामान्य लोग नहीं खरीद पाते है. वहीं आर्थिक रुप से संपन्न लोगबाग बाजार में नई कार उपलब्ध होते ही पुराने मॉडल को विक्री हेतु निकाल देते है. जिन्हें लगभग आधे दामों पर बेचा जाता है. ऐसे में फोरविलर रखने की चाहत वाले सर्वसामान्य लोगबाग इन सेकंड हैंड वाहनों को खरीद लेते है.

* नई गाडियां हुई महंगी
नई गाडियां खरीदने के लिए यद्यपि कर्ज भी मिलता है. लेकिन उस पर ब्याजदर भी ली जाती है. ऐसे में आय का स्त्रोत मजबूत नहीं रहने के चलते ज्यादातर लोगों के लिए नया वाहन खरीदना आज भी महंगा सौदा है.

* सेकंड हैंड वाहन खरीदते समय सावधानी बरतें
कोई भी पुराना वाहन खरीदते समय उसका इंजिन किस स्थिति में है, यह देखना बेहद जरुरी है. साधारणत: वर्ष 2008 से पहले वाले वाहन सुस्थिति में नहीं रहने के चलते ऐसे वाहनों को कबाड में निकाला जाता है.

* 3 माह में 6 हजार वाहनों की विक्री
प्रादेशिक परिवहन विभाग में विगत 3 माह के दौरान 6832 वाहनों की विक्री होने की जानकारी दर्ज की गई है. जिसमें दुपहिया व चारपहिया सहित सभी तरह के वाहनों का समावेश है.

ग्राहकों को उनकी पसंद का वाहन मिलने पर वे उसे तुरंत खरीद लेते है. साधारण तौर पर वर्ष 2009 व 2010 के मॉडल लोगों द्बारा ज्यादा पसंद किए जाते है. क्योंकि इन वाहनों का बजट उनकी जेब के हिसाब से काफी हद तक सही रहता है. ऐसे में ग्राहकों की पसंद को ध्यान में रखकर हम वाहनों को विक्री हेतु उपलब्ध कराते है. पुराने वाहनों पर भी फायनांस की सुविधा उपलब्ध होती है. ऐसे में पुराने वाहन खरीदना आसान भी होता है और इससे पैसे भी बचते है.
– मनोज मिश्रा,
ऑटो डील संचालक

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