अमरावती/दि.21– श्रीमती नरसम्मा कला, वाणिज्य, विज्ञान महाविद्यालय किरणनगर में संगाबा अमरावती विद्यापीठ विद्यार्थी विकास विभाग और महाविद्यालय विद्यार्थी विकास समिति व्दारा कौशल्य विकास कार्यशाला का आयोजन 20 से 23 फरवरी दौरान किया गया है. जिसका उद्घाटन सोमवार को संचालक डॉ. राजीव बोरकर के हस्ते किया गया. उन्होंने कौशल्य विकास को समय की जरुरत बताया और कहा कि, आज स्पर्धा के युग में विद्यार्थियों को पग-पग पर अनेक माध्यमों से अपने आप को साबित करना होता है. ऐसे में उसे कौशल्य अर्थात निष्णांत होने का प्रयास करना चाहिए.
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. राजेश चंदनपाट ने की. प्रमुख अतिथि के रुप में संस्था के संचालक श्रीकांत कालीकर, डॉ. चंद्रशेखर सावरकर, डॉ.विजय देशमुख, प्रा.डॉ. पंकजा इंगले मंच पर विराजमान थे.
डॉ.सावरकर ने विद्यार्थियों को अपना प्रोफाइल अपडेट रखने के बारे में मार्गदर्शन किया. उन्होंने मीडिया का यथोचित उपयोग करने के बारे में भी गुर बताए. समय के साथ बदलाव की सीख दी.
डॉ. श्रीकांत कालीकर ने कौशल्य विकास विविध स्तर पर कितना महत्वपूर्ण है, यह अपने संबोधन से बताया. उन्होंने कहा कि, केवल जॉब के लिए नहीं अपितु जीवन में मानवता का मूल्य विकसित होना आवश्यक है. प्रस्तावना डॉ. पंकजा इंगले ने रखी. प्राचार्य डॉ. चंदनपाट ने विद्यार्थियों से कार्यशाला का लाभ लेने कहा. संचालन प्रा. निखिल मोहोड ने, आभार प्रदर्शन प्रा. देशपांडे मैडम ने किया.
विद्यार्थी विकास समिति के प्रमुख प्रा. दिनेश सूर्यवंशी, डॉ. दिनेश सातंगे, प्रा. कल्याणी मालधुरे, प्रा. कल्याणी पातुर्डे, प्रा. भारती राणे, प्रा. कोमल देशपांडे, प्रा. पंकज वानखेडे और शिक्षकेत्तर कर्मचारी शंतनु गुंडे ने प्रयास किए.