अमरावती/दि.30 – मेलघाट के धारणी तहसील क्षेत्र के निवासी लोगों को श्रावण बाल, संजय गांधी निराधार योजना, मनरेगा व अन्य सरकारी अनुदान के लिए तथा निजी बैंकिंग के कामों के लिए 80 किलो मीटर दूर पर स्थित चिखलदरा तहसील की बैंकों में जाना पडता है. वैसे 2 हजार से अधिक खाता धारकों को न्याय देने के लिए तथा उनका समय व पैसा बचाने के लिए संबंधित 6 गांवों में बैंकों की उपशाखाएं शुरु करने की मांग जिले की सांसद नवनीत राणा ने लोकसभा में की.
मेलघाट के गडगा, भांडूम, बोरखेडा, सवाई, ढाकणा, धवई आदि अतिदुर्गम आदिवासी गांवों के लोगों को शासन की ओर से विभिन्न योजनाएं लागू की गई है. अलग-अलग योजनाओं पर मिलने वाले अनुदान की रकम प्राप्त करने के लिए संबंधित गांवों के नागरिकों को 80 कि.मी. दूर चिखलदरा की बैंक में जाना पडता है. इससे संबंधितों का उस दिन का रोजगार डूबकर यातायात की पर्याप्त व्यवस्था नहीं रहने की वजह से हजार रुपए खर्च कर बैंक में पहुंचना पडता है. इसलिए संबंधित गांवों में बैंकों की उपशाखाएं शुरु हो, तो आदिवासियों पर श्रम व पैसा बचेगा, यह पक्ष सांसद राणा ने लोकसभा में रखा.