मुख्याधिकारी वानखडे के तबादले की मांग
सर्वदलीय एकत्र होने का दावा

* मोर्शी पालिका का कामकाज सवालों के घेरे में मोर्शी/ दि. 26- पालिका के मुख्याधिकारी पराग वानखडे पर तानाशाही पध्दति से काम काज करने का आरोप कर उनके स्थानांतरण हेतु सभी दलों के पदाधिकारी और लोग एकत्र होने का दावा पूर्व उपाध्यक्ष आप्पा गेडाम ने किया. उन्होंने यहां तक कहा कि वानखडे को हटाये बगैर मोर्शी का विकास संभव नहीं. इसलिए शीघ्र ही सर्वदलीय प्रतिनिधि मंडल उच्चाधिकारियों से मिलेगा. पत्रकार परिषद में गेडाम के साथ एड. आशीष टाकोडे, पूर्व नगरसेवक नितिन पन्नासे, मनसे तहसील अध्यक्ष देवल कुरवाडे, अमन अरूण इंगले, रमाकांत पाटिल और अन्य उपस्थित थे.
आप्पा गेडाम ने वानखडे की मोर्शी से ट्रांसफर किए जाने के अनेक मुद्दे गिनाए. उन्होंने कहा कि वानखडे मुख्यालय में न रहते हुए बाहर गांव से आना जाना करते हैं. कार्यालय में नियमित रूप से उपस्थित नहीं रहते. इसलिए अधिकारियों और कर्मचारियों पर उनका कोई प्रभाव नहीं हैं. मुख्याधिकारी को वरिष्ठों का अभय होने का दावा कर गेडाम ने कहा कि पालिका का कामकाज मनमाने अंदाज में चल रहा है. जनता की शिकायतें सुनने पालिका ने नगर सेवक उपलब्ध नहीं है. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में आरोग्य अधिकारी वानखडे और गुरवे का चार्ज हटा लिया गया है. साफ सफाई का टेंडर कथित रूप से अपने खास ठेकेदार को गलत पध्दति से दिए जाने का आरोप गेडाम ने किया. उन्होंने जलापूर्ति वसूली के लिए बोगस टेंडर निकालकर ठेकेदार को 4 प्रतिशत के हिसाब से कमिशन दिए जाने का आरोप करते हुए यह भी दावा किया कि सूचना के अधिकार में मांगी गई जानकारी भी नहीं देने के निर्देश दिए गये हैं. गेडाम ने कहा कि सांसद डॉ. अनिल बोंडे, विधायक चंदू यावलकर भी मुख्याधिकारी के खिलाफ लडाई में सहायता करने का उन्हें विश्वास हैं.