* राजेंद्र लॉज इमारत हादसा
अमरावती/दि.31 – प्रभात चौक के राजेंद्र लॉज भवन की भयंकर दुर्घटना से अमरावती का हर कोई बाशिंदा दुखी है. ऐसे ही शहर के लीडरान ने भी हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है. मगर पार्टी की भावना से अलग होकर सभी ने एक स्वर में हादसे के लिए जिम्मेदार अधिकारी हो या भवन मालिक, कडी कार्रवाई की मांग मुखरित की है.
* कोर्ट मैटर जल्द निपटें
शहर की विधायक सुलभाताई खोडके ने दुर्घटना पर बडा दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि, दुर्घटना में मजदूर वर्ग के लोग मारे गये है. यह सचमुच दुखदायी है. ऐसी घटना दोबारा न हो, इसके लिए मनपा को कडे कदम उठाने चाहिए. सुलभाताई ने कहा कि, पुरानी इमारत गिराने की मनपा नोटीस देती है. जिसे अदालत में चुनौती दी जाती है. जिससे काम अटक जाता है. लोगों की जान पर बन आती है. इसलिए कोर्ट के मसलें जितना जल्दी हो सके, हल होने चाहिए. ऐसे ही मनपा को भी कोर्ट में इमारत के खतरनाक हो जाने के बारे में सबूत देकर बताना चाहिए. सुलभाताई ने बिल्डिंग गिरने से गरीबों की जान जाने पर बडा दुख व्यक्त किया.
* खुशी में आया विघ्न
भाजपा नेता और पूर्व महापौर चेतन गावंडे ने कहा कि, दिवाली का त्यौहार मनाया गया था. ऐसे में शहर में चारों तरफ खुशी का वातावरण था. प्रभात चौक इमारत हादसे से खुशी में विघ्न पड गया. अति शिकस्त इमारत को लेकर मनपा को और कडे कदम उठाने चाहिए. दुर्घटना में 5 लोगों की जान चली गई. यह सचमुच बेहद दुखद है. पालकमंत्री देवेंद्रजी से तुरंत संपर्क किया गया. उन्होंने मुख्यमंत्री से बात की और सीएम राहत कोष से 5-5 लाख रुपए की सानुग्रह राशि तथा और मदद की घोषणा की है. विभागीय आयुक्त को घटना की पूरी जांच करने कहा है. इस मामले में दोषियों पर कडी कार्रवाई होनी चाहिए. फिर वह मनपा अधिकारी हो या भवन मालिक. भाजपा का प्रतिनिधि मंडल आयुक्त डॉ. आष्टीकर से इस बारे में चर्चा करने जा रहा है. चेतन गावंडे ने दोनों घायलों की तबियत ठीक होने पर संतोष व्यक्त किया.
* कडक नीति अपनाएं
भूतपूर्व मनपा नेता सदन तुषार भारतीय ने दुर्घटना में मजदूरों की दर्दनाक मृत्यु पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि, ऐसे हादसे रोकने के लिए मनपा को कडक नीति रिति अपनानी चाहिए. भारतीय ने कहा कि, जर्जर इमारतों को तोडने की कार्रवाई में राजनीतिक हस्तक्षेप भी रोका जाना चाहिए. वे मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते है. उसी प्रकार मनपा से अपेक्षा करते है कि, अब भी जो इमारतें खतरनाक हो गई है, उनके बारे मेें शीघ्र निर्णय करें. अब किसी की जान नहीं जानी चाहिए. भारतीय ने कहा कि, पालकमंत्री देवेंद्रजी ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए और घायलों का विशेष अस्पताल में सरकारी खर्च पर उपचार का ऐलान किया है.